लखनऊ: राजधानी के डफरिन अस्पताल में प्रसव पीड़ा से तड़पती गर्भवती महिला ने शनिवार को अस्पताल के डॉक्टरों पर जबरन नसबंदी करने का आरोप लगाया है. इस पर गर्भवती के तीमारदारों ने जमकर हंगामा किया. प्रसव पीड़ा से तड़पती गर्भवती को प्रसव के लिए तीमारदार डफरिन अस्पताल से लेकर दूसरे अस्पताल चले गए. अस्पताल से डिस्चार्ज कागज भी नहीं लिया.
जानिए पूरा मामला
डफरिन अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षिक डॉ. सुधा वर्मा ने बताया शनिवार सुबह कैसरबाग निवासी गुड़िया बानो (22) को प्रसव पीड़ा होने पर तीमारदार डफरिन अस्पताल लेकर आए थे. अस्पताल के लेबररूम में मौजूद परिवार नियोजन काउंसलर गर्भवती को परिवार नियोजन साधनों के बारे में बता रही थीं. इस दौरान गर्भवती को लगा उसे जबरदस्ती डॉक्टर नसबंदी करवाने के लिए कह रहे हैं. गर्भवती लेबररूम से भागकर बाहर आ गई. डॉक्टर और नर्स गर्भवती के पीछे भागे. गर्भवती ने डॉक्टरों पर जबरदस्ती नसबंदी करने का आरोप लगाया. इसके बाद मरीज और तीमारदारों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया.
अस्पताल के अंदर नहीं आई प्रसूता
डॉ सुधा ने बताया कि गर्भवती तीमारदारों के साथ अस्पताल के वार्ड से बाहर चली गई. डॉक्टर और नर्स के कई बार बुलाने के बाद भी अंदर नहीं आई. ऐसे में बिना डिस्चार्ज पेपर लिए प्रसव करवाने दूसरे अस्पताल चले गए.