लखनऊ: कभी आप पार्टी का हिस्सा रहे प्रशांत भूषण नई राजनीतिक पारी की तैयारी कर रहे हैं. इस राजनीतिक राह को प्रशांत भूषण ने अपनी संस्था स्वराज अभियान के नाम पर तलाशनी शुरू की है. प्रशांत भूषण शनिवार को लखनऊ में थे. गणतंत्र बहाली के नाम पर आयोजित संगोष्ठी के बाद वह मीडिया से मुखातिब हुए.
राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल करने वाले प्रशांत भूषण ने मौजूदा केंद्र सरकार को तमाम आरोपों के साथ देश के गणतंत्र पर खतरा बताया. राफेल डील का मुद्दा हो या फिर मीडिया पर सरकार की मनमानी प्रशांत भूषण इन तमाम मुद्दों के जरिए मोदी सरकार पर जमकर बरसे.
प्रशांत भूषण ने स्वराज अभियान के तहत लखनऊ में रिक्लेमिंग द रिपब्लिक के नाम से एक 43 पन्ने की बुकलेट भी जारी की. इस बुकलेट में देश के तमाम अर्थशास्त्रियों, कानून विद, समाजसेवियों के द्वारा देश में गणतंत्र की बहाली और पारदर्शी सरकार लाने पर उठाई जा सकने वाले कदम बताए गए हैं.
प्रशांत भूषण ने दावा किया कि वह जनता को जागरूक करना चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने कई पार्टियों से इस बुकलेट में उठाए गए मुद्दों को अपने मेनिफेस्टो में शामिल करने की गुजारिश की है. प्रशांत भूषण ने साफ कहा कि उनके सुझाए मुद्दों पर कई पार्टियां तैयार हैं.
कांग्रेस के मेनिफेस्टो को तय करने में प्रशांत भूषण ने माना कि वह खुद शामिल भी थे. आप पार्टी छोड़ने के बाद प्रशांत भूषण एक नई राजनीतिक पारी खेलने की तैयारी में हैं. हालांकि उन्होंने इस बात की पुष्टि तो नहीं की, लेकिन इतना जरूर कहा कि तमाम पार्टियां उनके संपर्क में हैं. बस आधिकारिक तौर पर सहमति मिलना बाकी है.