लखनऊ: उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के मामले में महाराष्ट्र के नागपुर से पकड़े गए 3 आरोपियों की गुरुवार से रिमांड शुरू हो गई है. जहां आरोपियों ने पूछताछ में कई राज उगले हैं. ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार की मानें तो उमर गौतम का करीबी प्रकाश कावड़े उर्फ एडम विदेशी फंडिंग का मास्टरमाइंड, इजिप्ट समेत दुनिया के कई खाड़ी देशों के जिहादी संगठनों में इसकी पैठ है. ATS की मानें तो गुजरात के वड़ोदरा से पकड़े गए आरोपी सलाउद्दीन की भी विदेशी फंड मंगाने में अहम भूमिका रही है.
UP ATS के अफसर रिमांड के दौरान उन संगठनों और इनके द्वारा हो रही फंडिंग के सुबूत जुटाने के लिए बैंक डिटेल व अन्य साक्ष्य रखकर प्रकाश कावड़े उर्फ एडम से कड़ाई से पूछताछ की. हालांकि, पहले एडम एटीएस अफसरों को गोलमोल जवाब देता रहा, मगर बैंक डिटेल व साक्ष्य दिखाने पर उसने फंडिंग के कई राज खोलें हैं. एटीएस उसकी तस्दीक कर रही है. एटीएस अफसरों का कहना है कि एडम से पूछताछ में मिले साक्ष्य से आरोपियों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल करने और सजा दिलाने में मदद मिलेगी.
एडम को वड़ोदरा भी ले जाएगी एटीएस
ADG ने बताया कि, प्रकाश कावड़े उर्फ एडम उमर गौतम का काफी करीबी है. उसने मिस्र की एक महिला से शादी की है. मिस्र सहित कई खाड़ी देशों में उसका बहुत मजबूत नेटवर्क है. जिसका इस्तेमाल वह धन जुटाने के लिए कर रहा था. इस नेटवर्क तक पहुंचने के लिए एटीएस उससे कड़ाई से पूछताछ कर रही है. एडीजी ने बताया कि, रिमांड के दौरान एडम को गुजरात के वडोदरा भी ले जाया जाएगा. जहां आरोपी सलाउद्दीन को गिरफ्तार किया गया था. सलाहुद्दीन हवाला के जरिए फंडिंग कराने का मास्टरमाइंड था.
ED के अफसरों ने भी की एडम से पूछताछ
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उत्तर प्रदेश में कुछ बधिर छात्रों और गरीब लोगों के कथित रूप से इस्लाम में धर्मांतरण के संबंध में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से कथित फंडिंग के संबंध में मनी लॉन्ड्रिंग का आपराधिक मामला दर्ज किया था. हवाला के जरिये विदेशी फंडिंग के मास्टरमाइंड उमर के करीबी प्रकाश कावड़े उर्फ एडम से पूछताछ के लिए ED के अफसर भी एटीएस मुख्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने एडम से गहन पूछताछ की.
धर्मांतरण रैकेट के 12 सदस्य हो चुके गिरफ्तार
IG ATS जीके गोस्वामी ने बताया कि अभी तक धर्म परिवर्तन के रैकेट से जुड़े 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है. नागपुर से आरोपियों प्रकाश कावड़े उर्फ एडम, कौशर आलम और भुप्रिय बंदो उर्फ अर्सलान मुस्तफा की गिरफ्तारी से पहले उमर गौतम, मुफ्ती जहांगीर आलम, सलाउद्दीन, इरफान शेख, राहुल भोला, मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान को गिरफ्तार किया गया था. उनसे पूछताछ के दौरान मिली सूचना के बाद ही नागपुर में छापेमारी की गई थी.
इसे भी पढे़ं- महिला ने पति पर लगाया धर्मांतरण का आरोप, केस दर्ज