लखनऊ: पावर ऑफीसर्स एसोशिएसन के प्रतिनिधि मंडल ने गुरुवार को प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से मुलाकात की. पावर ऑफीसर्स एसोशिएसन ने पावर कॉरर्पोरेशन के कुछ उच्चाधिकारियों पर दलित अभियंताओं की पदोन्नतियों में अवरोध उत्पन करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि ये अधिकारी षड्यंत्र कर पुरानी व्यवस्था बदलने की गुपचुप तैयारी कर रहे हैं.
इसी महीने होनी है पदोन्नति
पावर ऑफीसर्स एसोशिएसन के कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को बताया कि बैकलॉक का बैच 1992 और अन्य बैच की पदोन्नतियां इसी माह होनी हैं, जिन्हें रोकने को लेकर पावर कॉर्पोरेशन के कुछ उच्चाधिकारी प्रमोशन की व्यवस्था बदलने का षडयंत्र कर रहे हैं. पावर कॉर्पोरेशन में वर्तमान में अधिशाषी अभियंता से अधीक्षण अभियंता का प्रमोशन होना है. ये सभी 1992 बैच के अधिकारी हैं और सभी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के हैं.
दलित विरोधी मानसिकता से ग्रसित उच्चाधिकारी
सपा सरकार में दलित समाज के इन अभियंताओं को रिवर्ट कर उन्हें अपमानित किया गया था. अब जब लम्बे समय बाद इन सैकड़ों अभियंताओं की डीपीसी इसी माह होनी है तो उन्हें रोकने के लिए पावर कॉर्पोरेशन के कुछ दलित विरोधी मानसिकता से ग्रसित उच्चाधिकारी एक नई प्रमोशन की व्यवस्था लागू करने के लिए जुटे हैं.
ऊर्जा मंत्री ने दिया आश्वासन
ऊर्जा मंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रमुख सचिव ऊर्जा को पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई करने का लिखित निर्देश दिया है. ऊर्जा मंत्री ने एसोशिएशन के पदाधिकारियों को आश्वासन दिया कि पुरानी व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं होगा. अभियंताओं और कार्मिकों के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा.