लखनऊ : समाजवादी पार्टी कार्यालय के पास अखिलेश यादव के आक्रामक तेवर का बैनर लगाया गया है. राजनीतिक गलियारों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के बीच भी यह बैनर चर्चा का विषय बना हुआ है. सपा कार्यालय के पास लगाया गया यह बैनर पिछले दिनों अखिलेश यादव को प्रयागराज जाते समय अमौसी एयरपोर्ट पर रोके जाने की घटना को प्रदर्शित कर रहा है.
समाजवादी पार्टी कार्यालय के पास लगे इस बैनर में अखिलेश यादव ADM ईस्ट वैभव मिश्रा को आक्रामक रुख में कुछ समझाते हुए नजर आ रहे हैं. बैनर में सपा नेता डॉ अनुराग यादव ने अखिलेश यादव के आक्रामक रुख को दिखाने की भरपूर कोशिश की है. बैनर को लेकर लोग अखिलेश के आक्रामक रुख की चर्चाएं भी कर रहे हैं तो वहीं तमाम लोग इसे राजनीतिक दबंगई का नाम दे रहे हैं. जिस तरह से एक PCS अधिकारी की फोटो को राजनीतिक बैनर पर लगाया गया है. उसको लेकर तमाम IAS और PCS अधिकारी भी नाखुश नजर आ रहे हैं, लेकिन कैमरे के सामने कुछ बोलने से कतरा रहे हैं.
अपने साथ हुए व्यवहार से घबरा गए थे ADM वैभव मिश्रा
दरअसल इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वार्षिकोत्सव में अखिलेश यादव के प्रयागराज जाने की घटना को लेकर सपा कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह पर प्रदर्शन किए थे. यही नहीं सोशल मीडिया पर ADM वैभव मिश्रा को धमकी देने की बात भी सामने आई थी, जिसको लेकर डीएम कौशलराज शर्मा को ADM वैभव मिश्रा की सुरक्षा बढ़ाने के लिए SSP को पत्र लिखना पड़ा था. हालांकि वैभव मिश्रा ने किसी भी तरह के खतरे या धमकी की बात को नकार दिया था. एयरपोर्ट पर जिस तरीके से अखिलेश यादव और उनके समर्थकों ने वैभव मिश्रा के साथ व्यवहार किया था उससे वैभव मिश्रा घबराए जरूर थे, लेकिन उन्होंने घटना के दौरान हुए व्यवहार को अपने काम से जोड़कर किसी को कुछ भी कहने से मना कर दिया था.
इस चुनौती से जिला प्रशासन को करना पड़ेगा सामना
अमौसी एयरपोर्ट पर हुई घटना को लेकर सपा कार्यकर्ताओं ने राजधानी समेत प्रदेश में जगह-जगह खूब प्रदर्शन किया था, जिससे प्रशासन भी सकते में था. वहीं अब जिला प्रशासन के सामने एक और चुनौती है. राज्य संपत्ति विभाग ने सपा से जुड़े युवजन सभा के लाल बहादुर शास्त्री स्थित कार्यालय को खाली कराने का निर्देश जिला प्रशासन को दिया है. प्रशासन को शनिवार को कार्यालय खाली कराना था, लेकिन अधिकारियों की व्यस्तता के चलते यह काम टाल दिया गया .
युवजन सभा ने मांगा समय
राज्य संपत्ति विभाग अधिकारियों ने युवजन सभा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को तीन दिन का समय दिया है. युवजन सभा के पदाधिकारियों का कहना है कि वह नियमों को ध्यान में रखते हुए कार्यालय खाली करने को तैयार हैं, लेकिन उन्हें कुछ समय चाहिए, क्योंकि उनके तमाम पदाधिकारियों के कार्यालय इस बिल्डिंग में हैं, जिसको दूसरी जगह शिफ्ट करने में समय लगेगा. बीते रविवार को युवजन सभा कार्यालय पर बड़ी संख्या में महिलाएं और वकील नजर आए थे, जिसको देखकर अंदाजा लगाया जा सकता था कि प्रशासन को कार्यालय खाली कराने में मशक्कत करनी पड़ सकती है.