लखनऊः चौक डाकघर में संदिग्ध डाक टिकट के मामले की जांच की आंच अभी बुझी नहीं थी कि चंदन नगर आलमबाग डाकघर में फ्रॉड का अजब मामला सामने आया है. एक बुजुर्ग महिला ने अपने खाते में रकम जमा कराने के लिए काउंटर पर बैठे शख्स को पैसे दिए. आरोप है कि सर्वर स्लो होने की बात कहकर शख्स ने अगले दिन आने की बात कही. जिसके बाद कर्मचारी गायब हो गया. मामले की जानकारी होते ही अधिकारियों ने आनन-फानन में कर्मचारी की सैलरी से काट कर पैसा खाते में जमा करवाया.
16,534 रुपये जमा करने गई थी बुजुर्ग महिला
दरअसल, पूरन नगर निवासी अंजली राय की माता माया देवी 20 जनवरी को चंदन नगर आलमबाग पोस्ट ऑफिस में बॉन्ड पॉलिसी के 16,534 रुपये जमा करने गई थी. काउंटर पर बैठे शख्स ने उनको बताया कि सर्वर स्लो है इसलिए कल आना. चीफ पोस्टमास्टर जनरल को लिखी गई चिट्ठी में कहा गया है कि अगले दिन फिर वह बुजुर्ग महिला पैसा जमा करने पहुंची तो सात नंबर काउंटर पर बैठे कर्मचारी ने उसे 16,534 रुपये और पासबुक लेकर रख ली. उसने कहा कि शाम को सरवर चलेगा तो मैं जमा कर दूंगा. अगले दिन आकर पासबुक ले जाना. मायादेवी तब नहीं जानती थी कि काउंटर पर सरकारी कर्मचारी की जगह किसी बाहरी व्यक्ति को बैठाया गया है जो बतौर सब्सीट्यूट या टेंपरेरी है.
'कर्मचारी के आने पर वापस होगी रकम'
माया देवी की बेटी अंजलि ने इस मामले में कई बार पोस्ट मास्टर से शिकायत की तो उन्होंने कहा कि जब वह शख्स आएगा तो आपका पैसा वापस करा दिया जाएगा. काउंटर पर रुपये लेने वाला शख्स पैसा लेकर दिल्ली भाग गया. वहीं अधिकारियों को जैसे ही मामले की जानकारी हुई दफ्तर में हड़कंप मच गया. जिसके बाद कर्मचारी की तनख्वाह रोक ली गई है. वहीं इस मामले में डाक प्रवर अधीक्षक आलोक ओझा का कहना है कि इसकी जांच एसीपी को सौंपी गई है. जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई के साथ-साथ पैनल एक्शन भी लिया जाएगा.
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