लखनऊ: यूपी में अगले साल यानी 2022 में विधानसभा चुनाव में हैं. चुनाव को देखते हुए भाजपा हो, कांग्रेस हो या फिर कोई और राजनीतिक पार्टी सभी ने अपने यूथ विंग को मजबूत करना शुरू कर दिया है. लखनऊ विश्वविद्यालय समेत दूसरे उच्च शिक्षण संस्थानों के कई चेहरों को पार्टी के युवा संगठनों में प्रमुखता से स्थान दिया जा रहा है. संगठनों को मजबूती देने के लिए ऐसे चेहरों को तरजीह दी जा रही है जो काफी समय से छात्र राजनीति में सक्रिय रहे हैं. इसके अलावा, विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में सभी के छात्र संगठनों का पुनर्गठन कर वहां के पदाधिकारी नियुक्त किए जा रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि युवाओं को अपनी ओर खींच कर कई राजनीतिक दल ना केवल चुनाव को अपने पक्ष करने की कोशिश में है बल्कि खत्म हो चुके राजनीतिक संगठनों के लिए भी यह एक संजीवनी की तरह है.
नितिन मित्तल और विवेक सिंह मोनू ने संभाली भाजयुमो की कमान
भारतीय जनता युवा मोर्चा अवध क्षेत्र की टीम की घोषणा कुछ ही दिनों पहले की गई है. इसमें लखनऊ विश्वविद्यालय के कई छात्र नेताओं को जगह मिली है. अध्यक्ष पद पर नितिन मित्तल को नियुक्त किया गया है. वह काफी समय तक लखनऊ विश्वविद्यालय के परिसर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का चेहरा रहे हैं. छात्र राजनीति में सक्रिय भूमिका के चलते उन्हें कई बार प्रशासन के उत्पीड़न का भी सामना करना पड़ा. इसी टीम में लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता और शोधार्थी विवेक सिंह मोनू को भी जगह मिली है. उन्हें क्षेत्रीय उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है. मोनू को अपनी साफ-सुथरी छवि के लिए परिसर में जाना जाता है. वह भी लंबे अरसे से अकिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं.
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