लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार पुलिसिया सिस्टम को मजबूत करने के लिए तरह-तरह के प्रयास कर रही है. इसी के तहत शनिवार को लखनऊ के पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत आने वाले मोहनलालगंज कोतवाली में दंगे रोकने के लिए पुलिस ने अभ्यास किया. यहां पर वाटर कैनन से लेकर आंसू गैस के गोले तक छोड़े गए. वहीं यदि कोई पुलिस वाला घायल होता है तो उसको किस तरह से प्राथमिक उपचार दिया जाए और अस्पताल पहुंचाया जाए इसकी भी ट्रेनिंग दी गई.
सिखाया, दंगे होने पर कैसे रहें सजग
ईटीवी भारत से बात करते हुए पुलिस कमिश्नरेट के अपर पुलिस आयुक्त रवि कुमार ने बताया कि शनिवार को मोहनलालगंज कोतवाली के पुलिस कर्मियों को यह अभ्यास कराया गया कि किस तरह से दंगे होने पर सजग रहें और कार्रवाई करें. वहीं अपर पुलिस आयुक्त रवि कुमार ने बताया कि पुलिस सुरक्षा की अगर बात की जाए तो हमें ट्रेनिंग में यह सिखाया जाता है कि हम कैसे खुद के साथ-साथ समाज की सुरक्षा कर सकें.
पर्याप्त हैं संसाधन
डीसीपी रवि कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस के पास पर्याप्त संसाधन हैं. गैजेट भी हैं जिनसे हमारे पुलिस कर्मियों की सुरक्षा हो सके. वहीं, डीसीपी ने बताया कि समयानुसार जैसे-जैसे तकनीक बढ़ रही है, हम भी तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं. डीसीपी रवि कुमार ने बताया कि पंचायत चुनाव को लेकर के हम पूरी तरह से सतर्क हैं और अराजक तत्वों पर भी हमने अपनी नजरें बना रखी हैं, वहीं हमें जो भी निर्देश मिला है हम उसका पूरा पालन करेंगे.
अकबरी गेट पर अभ्यास
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर नवीन अरोड़ा के नेतृत्व में दंगा नियंत्रण का रिहर्सल किया गया. इस मौके पर लखनऊ के चौक थाना क्षेत्र के अकबरीगेट पर डीसीपी वेस्ट देवेश पांडे और एडीसीपी वेस्ट राजेश श्रीवास्तव समेत कई थानों की फोर्स मौजूद रही. मीडिया से बात करते हुए डीसीपी वेस्ट देवेश कुमार पांडेय ने बताया कि लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ने की स्थिति को नियंत्रित कैसे करें और सामान्य स्थिति को कैसे बहाल करें इसको लेकर पश्चिम ज़ोन में रिहर्सल की गई.
हसनगंज में अभ्यास
हसनगंज थाना क्षेत्र भी रिहर्सल की गई. इस दौरान थाना क्षेत्र में स्थित खदरा के पास दो पक्षों में किसी बात को लेकर काफी विवाद हो गया. इस विवाद में दंगा भड़कने की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को पास दी गई. इस सूचना के पास होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. इस घटना से क्षेत्र में उत्तरी जोन के अधिकारी के साथ महानगर, विकासनगर, अलीगंज, मड़ियांव, जानकीपुरम व हसनगंज पुलिस के पीएसी के साथ फायर ब्रिगेड भी पहुंच गई. वहीं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए रूट डायवर्जन किया गया. पूरे इलाके में पीएसी भी लगा दी गई. इस दौरान सड़कों पर पीएसी के जवानों को देख लोगों में भी दहशत फैल गई. डीसीपी उत्तरी रईस अख्तर ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया की पुलिस लगातार रिहर्सल कर रही है. इसी रिहर्सल के तहत घटना को लेकर पुलिस की रिस्पॉन्स टाइमिंग देखी गई है.