लखनऊ : आपके साथ राह चलते लूट, टप्पेबाजी हुई हो या फिर लड़की के साथ छेड़खानी, गाड़ी चोरी हो गई हो या फिर एक्सीडेंट अगर लखनऊ में रहते हैं तो अब थाने या फिर चौकी जाने की जरूरत नहीं होगी. बल्कि राजधानी के चौराहों पर पुलिस कियॉस्क बनाए जा रहे हैं, जहां 24 घंटे आपकी शिकायत सुनने के लिए पुलिस कर्मी मौजूद रहेंगे. शिकायत का निवारण, ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करने से लेकर तमात ऐसे सुविधाएं मिलेंगी जो लोगों के लिए मददगार साबित होंगी. हालांकि अभी शुरुवाती दौर में 4 पुलिस कियॉस्क तैयार किए गए हैं, जिन्हें जल्द ही शुरू किया जाएगा. राजधानी के परिवर्तन चौराहे पर एक ऐसा बूथ बन कर तैयार है, जहां किसी भी पीड़ित की समस्याएं सुनी भी जाएगी. शिकायत दर्ज होने के साथ उसका निवारण भी होगा. इस बूथ को पुलिस कियास्क नाम दिया गया है. यहां पुलिस कर्मियों की मौजूदगी के साथ साथ यूपी कॉप एपलिकेशन इंस्टॉल हुई एक डिजिटल डिस्प्ले भी लगी रहेगी. इसमें 40 पुलिसकर्मियों व पीड़ितों के बैठने की जगह देने के साथ साथ कंप्यूटर भी रखने की जगह है.
वर्ष 2019 में बना था कियॉस्क प्रोजेक्ट : वर्ष 2019 में स्मार्ट सिटी के अंतर्गत पुलिस कियॉस्क संबंधी प्रोजेक्ट बनाया गया था. इस प्रोजेक्ट को उसी साल शुरू होना था, लेकिन बाद में इस योजना की रफ्तार धीमी हो गई. इसके पीछे कोरोना काल के दौरान कई कार्यों के रुक जाना था. अब जब सामान्य स्थिति एक बार फिर आ गई है तो अब फिर से पुलिस कियॉस्क को शुरू कर दिया गया है. हालांकि इसमें कई बदलाव किए गए हैं. वर्ष 2019 में जब योजना शुरू की गई थी तब इन्हें लखनऊ के 14 चौराहों पर बनना था, लेकिन न मिलने के कारण इन्हें 14 से 8 चौराहों पर ही बनाने का फैसला किया गया. राजधानी में बन रहे पुलिस कियास्क आठ चौराहों पर बन रहे हैं. जिसमें लालबत्ती चौराहा, दुबग्गा चौराहा, सुभाष चौक, टेढ़ी पुलिया, सहारा तिराहा, अहिमामऊ, हनीमैन चौराहा, जनेश्वर पार्क व आलमबाग शामिल हैं. इन कियॉस्क का स्ट्रक्चर तैयार हो गया है. इनमें डिजिटल डिस्प्ले के साथ इंटरनेट की व्यवस्था इंस्टॉल कर दी गई है.
स्मार्ट सिटी के जीएम एससी सिंह के मुताबिक विभाग को कोशिश है कि फरवरी के दूसरे सप्ताह से पहले कम से कम राजधानी के तीन से चार जगहों पर पुलिस कियॉस्क की सुविधा को शुरू कर दिया जाए. पुलिस कियॉस्क को सेटअप करने का काम भी शुरू कर दिया गया है. लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की प्रवक्ता डीसीपी अपर्णा रजत कौशिक कहती हैं कि लोगों को आसानी से अपनी शिकायत दर्ज करने और उनकी समस्याओं का निराकरण करने के लिए यूपी पुलिस व अन्य विभाग मिल कर कार्य कर रहे हैं. स्मार्ट सिटी योजना के तहत ही पुलिस कियॉस्क का सेटअप लगाया जा रहा है. इससे लोगों को आसानी से चौराहे पर पुलिस मौजूद मिलेगी. जिससे पीड़ित अपनी समस्याएं बता सकेंगे, जिनका तत्काल निराकरण किया जा सकेगा.
Police Kiosk in Lucknow : थाने और चौकियों के नहीं लगाने पड़ेंगे चक्कर, लोगों को चौराहे के बूथों पर मिलेंगी यह सुविधाएं - लखनऊ में कियॉस्क प्रोजेक्ट
लखनऊ की हाईटेक होती पुलिस अब राजधानीवासियों के लिए एक और सुविधा लेकर आ रही है. वर्ष 2019 में स्मार्ट सिटी के अंतर्गत पुलिस कियॉस्क (Police Kiosk in Lucknow) संबंधी प्रस्तावित प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने की तैयारी है.
लखनऊ : आपके साथ राह चलते लूट, टप्पेबाजी हुई हो या फिर लड़की के साथ छेड़खानी, गाड़ी चोरी हो गई हो या फिर एक्सीडेंट अगर लखनऊ में रहते हैं तो अब थाने या फिर चौकी जाने की जरूरत नहीं होगी. बल्कि राजधानी के चौराहों पर पुलिस कियॉस्क बनाए जा रहे हैं, जहां 24 घंटे आपकी शिकायत सुनने के लिए पुलिस कर्मी मौजूद रहेंगे. शिकायत का निवारण, ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करने से लेकर तमात ऐसे सुविधाएं मिलेंगी जो लोगों के लिए मददगार साबित होंगी. हालांकि अभी शुरुवाती दौर में 4 पुलिस कियॉस्क तैयार किए गए हैं, जिन्हें जल्द ही शुरू किया जाएगा. राजधानी के परिवर्तन चौराहे पर एक ऐसा बूथ बन कर तैयार है, जहां किसी भी पीड़ित की समस्याएं सुनी भी जाएगी. शिकायत दर्ज होने के साथ उसका निवारण भी होगा. इस बूथ को पुलिस कियास्क नाम दिया गया है. यहां पुलिस कर्मियों की मौजूदगी के साथ साथ यूपी कॉप एपलिकेशन इंस्टॉल हुई एक डिजिटल डिस्प्ले भी लगी रहेगी. इसमें 40 पुलिसकर्मियों व पीड़ितों के बैठने की जगह देने के साथ साथ कंप्यूटर भी रखने की जगह है.
वर्ष 2019 में बना था कियॉस्क प्रोजेक्ट : वर्ष 2019 में स्मार्ट सिटी के अंतर्गत पुलिस कियॉस्क संबंधी प्रोजेक्ट बनाया गया था. इस प्रोजेक्ट को उसी साल शुरू होना था, लेकिन बाद में इस योजना की रफ्तार धीमी हो गई. इसके पीछे कोरोना काल के दौरान कई कार्यों के रुक जाना था. अब जब सामान्य स्थिति एक बार फिर आ गई है तो अब फिर से पुलिस कियॉस्क को शुरू कर दिया गया है. हालांकि इसमें कई बदलाव किए गए हैं. वर्ष 2019 में जब योजना शुरू की गई थी तब इन्हें लखनऊ के 14 चौराहों पर बनना था, लेकिन न मिलने के कारण इन्हें 14 से 8 चौराहों पर ही बनाने का फैसला किया गया. राजधानी में बन रहे पुलिस कियास्क आठ चौराहों पर बन रहे हैं. जिसमें लालबत्ती चौराहा, दुबग्गा चौराहा, सुभाष चौक, टेढ़ी पुलिया, सहारा तिराहा, अहिमामऊ, हनीमैन चौराहा, जनेश्वर पार्क व आलमबाग शामिल हैं. इन कियॉस्क का स्ट्रक्चर तैयार हो गया है. इनमें डिजिटल डिस्प्ले के साथ इंटरनेट की व्यवस्था इंस्टॉल कर दी गई है.
स्मार्ट सिटी के जीएम एससी सिंह के मुताबिक विभाग को कोशिश है कि फरवरी के दूसरे सप्ताह से पहले कम से कम राजधानी के तीन से चार जगहों पर पुलिस कियॉस्क की सुविधा को शुरू कर दिया जाए. पुलिस कियॉस्क को सेटअप करने का काम भी शुरू कर दिया गया है. लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की प्रवक्ता डीसीपी अपर्णा रजत कौशिक कहती हैं कि लोगों को आसानी से अपनी शिकायत दर्ज करने और उनकी समस्याओं का निराकरण करने के लिए यूपी पुलिस व अन्य विभाग मिल कर कार्य कर रहे हैं. स्मार्ट सिटी योजना के तहत ही पुलिस कियॉस्क का सेटअप लगाया जा रहा है. इससे लोगों को आसानी से चौराहे पर पुलिस मौजूद मिलेगी. जिससे पीड़ित अपनी समस्याएं बता सकेंगे, जिनका तत्काल निराकरण किया जा सकेगा.