लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई घटना के बाद एक तरफ जहां पूरे प्रदेश की पुलिस हाई अलर्ट पर है, वहीं दूसरी तरफ योगी सरकार ने एक बार फिर से ऑपरेशन क्लीन की शुरुआत कर दी है. राजधानी लखनऊ के विभिन्न थानों में ऑपरेशन क्लीन के तहत हिस्ट्रीशीटरों की लिस्ट बनाई जा रही है. इसके साथ ही साथ विकास दुबे की तलाश में भी पुलिस लगातार दबिश दे रही है.
डीसीपी साउथ जोन रईस अख्तर से बातचीत. कानपुर में हुए हत्याकांड में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे तीन दिन बाद भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. बढ़ते अपराध को देखते हुए योगी सरकार ने ऑपरेशन क्लीन की शुरुआत कर दी है. इसमें वांछित अपराधियों की लिस्ट बनाकर उनकी धरपकड़ की जा रही है. राजधानी लखनऊ के साउथ जोन के डीसीपी रईस अख्तर से ईटीवी भारत ने इसे लेकर बातचीत की. बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि किस तरह से राजधानी लखनऊ में ऑपरेशन क्लीन चलाया जा रहा है. डीसीपी ने बताया कि कानपुर में हुई इस दुखद घटना के बाद से ही राजधानी सहित पूरे यूपी की पुलिस अलर्ट पर है. जगह-जगह लखनऊ में चेकिंग लगाकर आरोपी की तलाश की जा रही है. वहीं दूसरी तरफ ऑपरेशन क्लीन के तहत हिस्ट्रीशीटरों की लिस्ट बनाई गई है. इन अपराधियों की भी धरपकड़ की जा रही है. इन शातिर अपराधियों में टीना पासी (जिसपर मोहनलालगंज थाने में 30 से 35 मुकदमे दर्ज हैं) के अलावा राजेंद्र पासी और यशेंद्र सिंह के नाम भी शामिल हैं. वहीं पुलिस ऐसे हिस्ट्रीशीटरों पर भी नजर बनाए हुए है, जो अपने व्यवसाय या खेती के काम में लगे हुए हैं. वहीं कोरोना काल में जेल से छोड़े गए अपराधियों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है.