लखनऊ: राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड में बीती 6 जनवरी की रात हुए गैंगवार में मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में 20 घंटे की रिमांड पर आए शार्प शूटर राजेश तोमर को शुक्रवार शाम अवधि पूरी होने पर जेल भेज दिया गया.
घंटो की गई पूछताछ
जेल भेजे जाने से पहले इस हत्याकांड के विवेचक चंद्रशेखर सिंह ने घंटों पूछताछ की. इस दौरान डीएसपी पूर्वी सैयद कासिम आब्दी व एसीपी प्रवीण मलिक भी मौजूद रहे. पूछताछ में शार्प शूटर राजेश तोमर ने बताया कि उसे पिस्टल गिरधारी ने दी थी. वहीं उसे दो बार में 50-50 हजार रुपये सुनील राठी ने दिए थे. बता दें कि सुनील राठी भी वर्तमान में जेल में बंद है.
दी अहम जानकारी
शार्प शूटर राजेश तोमर ने बताया कि लखनऊ रवाना होने से पहले सुनील राठी ने यह भी बताया था कि अजीत बुलेट प्रूफ गाड़ी से चलता है. उसका काम होना है.
दोहराया गया क्राइम सीन
अहम बातों की जानकारी लेने के बाद पुलिस टीम राजेश को दोपहर में लेकर कठौता तिराहे पहुंची. फिर उसकी मौजूदगी में अजीत की हत्या का क्राइम सीन दोहराया गया. इस दौरान राजेश ने गोली चलाने के दौरान कौन-कौन मौजूद था? अजीत पर कितने फायर झोकें? फिर घटना के बाद कौन-कौन, कहां-कहां किसके-किसके साथ गया.अंकुर व बंधन के अलावा और कौन-कौन मददगार था, इन तमाम बातों की भी जानकारी राजेश ने दी. इसके बाद पुलिस उसे लेकर अलकनंदा अपार्टमेंट पहुंची. जानकारी लेने के बाद उसे जेल भेज दिया गया.