लखनऊ: राजधानी के विभूति खंड थाना क्षेत्र में हुई अजीत सिंह की हत्या के 10 दिनों बाद भी पुलिस अभी तक खाली हाथ है. पुलिस अभी तक न किसी शूटर तक पहुंच पाई है और न ही घटना में घायल एक आरोपी का पता लगा पाई है. अधिकारियों का दावा है कि टीमें लगी है जल्दी सभी आरोपी गिरफ्त में होंगे. उधर, आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू सिंह और अखंड सिंह से भी पूछताछ कुछ खास नहीं हो सकी है. इस बाबत अधिकारी ज्यादा बोलने से कतराने लगे हैं.
बता दें कि लखनऊ के विभूति खंड थाना क्षेत्र स्थित स्थित कठौता चौराहे पर पुलिस चौकी से चंद कदमों की दूरी पर 30 से 60 राउंड फायरिंग कर मऊ के जिला बदर अपराधी अजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी. पुलिसिया सूत्रों की मानें तो अजीत की हत्या में आधा दर्जन शूटर लगे थे, लेकिन इसकी भी अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. जेलों में बंद गैर जिलों के बाहुबलियों से पुलिस ने पूछताछ की है. कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि लगातार पूछताछ चल रही है, जल्द पुलिस को सफलता मिलेगी. टीमें प्रयास कर रही हैं.
राजधानी की पुलिस आजमगढ़, सुल्तानपुर, मऊ, मुंबई, दिल्ली समेत कई राज्यों की खाक छानती हुई नजर आ रही है. लेकिन घटना के 10 दिनों बाद भी पुलिस को शूटर नहीं मिले हैं. हालांकि उनके दो मददगार को पकड़ कर जेल भेज दिया गया है. पुलिस को दोनों मददगारों से पूछताछ में कुछ अहम जानकारियां इनसे नहीं मिल पाई है.
अपार्टमेंट में कार पार्क कर फरार हुए बदमाश
वहीं, दूसरी ओर घायल शूटर का इलाज करने वाले डॉक्टर और करवाने वाले विपुल को भी पुलिस की कई टीमें तलाश रही है. अजीत सिंह हत्याकांड में शामिल हुई कार एक अपार्टमेंट में मिली थी. गेट पर ही दो सुरक्षा गार्ड बैठते हैं जो वाहन को चेक किए बगैर उसे अंदर नहीं जाने देते, लेकिन उन शूटरों ने सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में पार्किंग में कार को खड़ा कर दिया था.
अपार्टमेंट के जिम्मेदारों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस अपार्टमेंट के मेन गेट पर दो गार्ड बैठते हैं. जो पहले वाहन को चेक करते हैं. जिसके बाद मकान मालिक से बात करवाई जाती है. उसके बाद ही किसी भी वाहन को अपार्टमेंट के अंदर जाने दिया जाता है. इन सभी चीजों के बावजूद भी कार अपार्टमेंट के अंदर आ गई और बदमाश गाड़ी खड़ी कर फरार भी हो गए. पुलिस की टीमें इस बाबत जांच तो की है पर कोई सख्त कार्रवाई करने की जानकारी नहीं दी गई है.
मृतक की महिला मित्र की भूमिका हो रही जांच
घटना की जांच कर रही एक टीम मृतक अजीत सिंह की महिला मित्र और उसके साथी मोहर की भूमिका की भी जांच कर रही है. इस दुस्सासिक हत्याकांड में कई सवाल हैं जो पुलिस को देना अभी बाकी है. दिल्ली में गिरफ्तार शूटर गिरधारी को वाराणसी पुलिस के बाद कमिश्नरेट पुलिस रिमांड पर लेगी ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं. वहीं मामले पर अधिकारी अभी कुछ ज्यादा बोल नहीं रहे हैं.
2 शूटरों पर घोषित हुआ 25-25 का इनाम
आपको बता दें कि, अजीत सिंह हत्याकांड में आरोपी अंकुर व बंधन पर 25-25 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की गई है. यह इनाम की घोषणा डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन के द्वारा की गई है. जिसमें बताया गया है कि दोनों आरोपी शूटर आजमगढ़ के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया है कि अजीत सिंह हत्याकांड में उनका नाम सामने आया है जो फरार चल रहे हैं.