नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा कस्बे के तिरथली गांव के लापता हुए असलम और नरेश उर्फ कलवा की हत्या कर उसके शवों को छिपाने के मकसद से मेहंदीपुर व चण्डीगढ़ के बीच के जंगल में डाल दिया था. पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनकी निशानदेही पर पुलिस ने शव को बरामद कर लिया.
पुलिस ने हत्या में आरोपियों से इस्तेमाल हथियार और 15 हजार रुपये बरामद किए है. पुलिस के अनुसार असलम व नरेश की हत्या आपसी रंजिश के कारण की गई थी.
एक्सप्रेसवे को किया गया था जाम
पुलिस की गिरफ्त में मीडिया के सामने पेश किए गए शफीक, मुजम्मल, कलुआ और सलमान ने असलम व नरेश की हत्या एक अगस्त उस समय कर दी थी, जब वे हरियाणा के बल्लभगढ़ में भूसा बेच कर वापस लौट रहा था. परिवार वालों ने उनके न लौटने पर दोनों की गुमशुदगी की शिकायत रबूपुरा थाना में दर्ज कर दी थी. बता दें कि 3 अगस्त को दनकौर क्षेत्र में गुमशुदा असलम व नरेश की ट्रैक्टर ट्राली खड़ी पाई जाने के बाद पीड़ित पक्ष के लोगों ने चार अगस्त को यमुना एक्सप्रेस वे पर जाम लगा दिया था.
पुलिस ने जांच के दौरान शफीक, मुजम्मल, कलुआ और सलमान की गतिविधियां संदिग्ध पाए जाने पर चारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो आरोपियों ने हत्या की बात काबूल ली.
एसएसपी ने प्रेस कान्फ्रेंस में बताया कि जांच के दौरान पता चला कि शफीक ने अपने भांजे को अपना ट्रैक्टर किराये पर चलाने के लिए दिया था, लेकिन उसकी गतिविधियां सही नहीं थी. वह आपराधिक और संदेहास्पद गतिविधियों में लिप्त रहता था और वह जेल जा चुका है. उसके बदायूं में एक महिला के पास संदेहास्पद रूप से इसका आना जाना भी था. इस बात से नाराज मामा शफीक ने भांजे को ड्राइवरी से हटा दिया और उसकी जगह नरेश को रख लिया.
25 हजार रुपये की नकदी भी लूट लिया था
पुलिस ने बताया कि शफीक इस बात को लेकर नरेश से रंजिश रखता था. एक अगस्त को भूसा बेचने के बाद नरेश और असलम घर लौट रहे थे, तभी रास्ते में शफीक ने मुजम्मल कलुआ और सलमान के साथ मिल कर दोनों की हत्या कर दी और भूसा बेचकर मिले 25 हजार रुपये की नकदी भी लूट लिया था.
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