ETV Bharat / state

किसान आंदोलन को लेकर छावनी में तब्दील हुआ समाजवादी पार्टी कार्यालय - समाजवादी पार्टी कार्यालय

किसान आंदोलन को लेकर राजनीतिक पार्टियां भी अब सामने आ रही हैं. सोमवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कन्नौज से किसान यात्रा की शुरुआत करने का एलान किया था, लेकिन सुबह से ही प्रशासन ने सपा कार्यालय को छावनी में तब्दील कर दिया है.

किसान आंदोलन को लेकर छावनी में तब्दील हुआ समाजवादी पार्टी कार्यालय
किसान आंदोलन को लेकर छावनी में तब्दील हुआ समाजवादी पार्टी कार्यालय
author img

By

Published : Dec 7, 2020, 11:19 AM IST

Updated : Dec 7, 2020, 12:58 PM IST

लखनऊ: किसान बिल वापसी की मांग को लेकर किसानों द्वारा आठ दिसंबर मंगलवार को बंदी का ऐलान किया गया है. बंदी को समाजवादी पार्टी के सहयोग के बाद समाजवादी पार्टी कार्यालय को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. सपा कार्यालय पर सैकड़ों की संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी को सोमवार से कन्नौज से किसान यात्रा का आयोजन करना था. इसके लिए अखिलेश यादव को कन्नौज जाना था. कार्यक्रम की जानकारी मिलने के बाद भारी संख्या में पुलिस बल समाजवादी पार्टी कार्यालय के सामने तैनात है. मिली जानकारी के अनुसार किसान यात्रा को रोकने के लिए समाजवादी पार्टी कार्यालय के सामने प्रशासन ने यह प्रबंध किए हैं.

किसान आंदोलन को लेकर छावनी में तब्दील हुआ समाजवादी पार्टी कार्यालय

सपा ने किया था समर्थन का ऐलान

किसान बिल वापसी की मांग को लेकर हरियाणा दिल्ली बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान पिछले कई दिनों से डटे हुए हैं. केंद्र सरकार से किसानों के प्रतिनिधिमंडल की पांच राउंड वार्ता भी हो चुकी है, लेकिन यह वार्ता किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है. ऐसे में किसानों ने मंगलवार को दिसंबर को बंदी का ऐलान किया था, जिसके बाद उत्तर प्रदेश में भी राजनीतिक हलचल देखने को मिल रही है. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने किसानों द्वारा घोषित की गई. इस बंदी में समर्थन का ऐलान किया है, जिसके बाद समाजवादी कार्यालय पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है.

समाजवादी कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक

9 दिसंबर को फिर होगी बातचीत

9 दिसंबर बुधवार को किसानों के प्रतिनिधिमंडल व केंद्र सरकार की एक बार फिर से बातचीत होनी है. ऐसे में सभी की निगाहें नौ दिसंबर को होने वाली बातचीत पर टिकी है. इससे पहले किसानों द्वारा मंगलवार आठ दिसंबर को घोषित की गई बंदी सरकार के लिए चिंता का विषय बनी हुई है. इस बंदी का असर राजधानी लखनऊ में भी देखने को मिल रहा है. राजनीतिक पार्टियों के समर्थन के बाद पुलिस अलर्ट मोड पर है और समाजवादी पार्टी कार्यालय पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है, जिससे किसी तरह की अव्यवस्था न होने पाए.

शिवपाल भी आए समर्थन में


किसान बिल वापस लेने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव के साथ-साथ प्रगतिशील समाजवादी पार्टी प्रमुख शिवपाल सिंह यादव भी समर्थन में आए हैं. शिवपाल सिंह यादव ने भी ऐलान किया था कि सरकार जल्द से जल्द किसानों की मांगों को पूरा करें नहीं तो किसानों द्वारा घोषित की गई बंदी में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी किसानों का समर्थन करेगी.


यूपी में राजनीतिक हलचल


किसान बिल को लेकर हरियाणा दिल्ली बॉर्डर पर हो रहे प्रदर्शन को लेकर उत्तर प्रदेश में राजनीतिक हलचल देखने को मिल रही है. लगातार विपक्षी पार्टियां किसानों की मांग को लेकर केंद्र सरकार पर हावी नजर आ रही हैं. तमाम पार्टियों ने किसान बिल वापसी की मांग को लेकर किसानों के समर्थन का ऐलान किया है.


सपा नेता राजपाल कश्यप और आशु मलिक हिरासत में

सोमवार सुबह समाजवादी पार्टी नेता राजपाल कश्यप व आशु मलिक समाजवादी पार्टी कार्यालय पहुंचे, जहां पर पुलिस ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया. ऐसे में राजपाल कश्यप आशु मलिक की पुलिस से नोकझोंक हो गई. इसके बाद पुलिस ने दोनों समाजवादी नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया.

एमएलसी उदयवीर सिंह भी नहीं जा सके कार्यालय

समाजवादी पार्टी से एमएलसी उदयवीर सिंह भी समाजवादी पार्टी कार्यालय पहुंचे, जिन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया. उदयवीर सिंह ने बताया कि समाजवादी पार्टी नेता राजपाल कश्यप आशु मलिक ने अपना पहचान पत्र दिखाया, जिसके बावजूद भी उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया है.

समाजवादी कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक

समाजवादी पार्टी कार्यालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच में नोकझोंक हुई, जिसके बाद कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस दौरान समाजवादी पार्टी विधि प्रकोष्ठ के नेता एबाद खान और पुलिस के बीच में नोकझोंक हुई. इसके बाद एबाद खान को गिरफ्तार कर लिया गया.

समाजवादी पार्टी कार्यालय के अंदर मौजूद कार्यकर्ताओं ने बाहर निकलने का प्रयास किया, जिसके बाद समाजवादी पार्टी कार्यालय के पास लगाई गई बैरिकेडिंग पर पुलिस कर्मचारियों और समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई.

कार्यकर्ताओं ने लगाया मारपीट का आरोप

समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता ने प्रदर्शन के बाद पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाए हैं कि पुलिस ने उनके साथ जबरन मारपीट की, उनके मास्क उतार कर फेंक दिए. कार्यकर्ताओं ने कहा कि पुलिस वर्दी पर लगा अपना बैच निकाल रखा है, जिसके बाद पुलिस नाजायज तरह से कार्यकर्ताओं व नेताओं के साथ बदसलूकी व मारपीट कर रही है.

लखनऊ: किसान बिल वापसी की मांग को लेकर किसानों द्वारा आठ दिसंबर मंगलवार को बंदी का ऐलान किया गया है. बंदी को समाजवादी पार्टी के सहयोग के बाद समाजवादी पार्टी कार्यालय को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. सपा कार्यालय पर सैकड़ों की संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी को सोमवार से कन्नौज से किसान यात्रा का आयोजन करना था. इसके लिए अखिलेश यादव को कन्नौज जाना था. कार्यक्रम की जानकारी मिलने के बाद भारी संख्या में पुलिस बल समाजवादी पार्टी कार्यालय के सामने तैनात है. मिली जानकारी के अनुसार किसान यात्रा को रोकने के लिए समाजवादी पार्टी कार्यालय के सामने प्रशासन ने यह प्रबंध किए हैं.

किसान आंदोलन को लेकर छावनी में तब्दील हुआ समाजवादी पार्टी कार्यालय

सपा ने किया था समर्थन का ऐलान

किसान बिल वापसी की मांग को लेकर हरियाणा दिल्ली बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान पिछले कई दिनों से डटे हुए हैं. केंद्र सरकार से किसानों के प्रतिनिधिमंडल की पांच राउंड वार्ता भी हो चुकी है, लेकिन यह वार्ता किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है. ऐसे में किसानों ने मंगलवार को दिसंबर को बंदी का ऐलान किया था, जिसके बाद उत्तर प्रदेश में भी राजनीतिक हलचल देखने को मिल रही है. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने किसानों द्वारा घोषित की गई. इस बंदी में समर्थन का ऐलान किया है, जिसके बाद समाजवादी कार्यालय पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है.

समाजवादी कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक

9 दिसंबर को फिर होगी बातचीत

9 दिसंबर बुधवार को किसानों के प्रतिनिधिमंडल व केंद्र सरकार की एक बार फिर से बातचीत होनी है. ऐसे में सभी की निगाहें नौ दिसंबर को होने वाली बातचीत पर टिकी है. इससे पहले किसानों द्वारा मंगलवार आठ दिसंबर को घोषित की गई बंदी सरकार के लिए चिंता का विषय बनी हुई है. इस बंदी का असर राजधानी लखनऊ में भी देखने को मिल रहा है. राजनीतिक पार्टियों के समर्थन के बाद पुलिस अलर्ट मोड पर है और समाजवादी पार्टी कार्यालय पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है, जिससे किसी तरह की अव्यवस्था न होने पाए.

शिवपाल भी आए समर्थन में


किसान बिल वापस लेने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव के साथ-साथ प्रगतिशील समाजवादी पार्टी प्रमुख शिवपाल सिंह यादव भी समर्थन में आए हैं. शिवपाल सिंह यादव ने भी ऐलान किया था कि सरकार जल्द से जल्द किसानों की मांगों को पूरा करें नहीं तो किसानों द्वारा घोषित की गई बंदी में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी किसानों का समर्थन करेगी.


यूपी में राजनीतिक हलचल


किसान बिल को लेकर हरियाणा दिल्ली बॉर्डर पर हो रहे प्रदर्शन को लेकर उत्तर प्रदेश में राजनीतिक हलचल देखने को मिल रही है. लगातार विपक्षी पार्टियां किसानों की मांग को लेकर केंद्र सरकार पर हावी नजर आ रही हैं. तमाम पार्टियों ने किसान बिल वापसी की मांग को लेकर किसानों के समर्थन का ऐलान किया है.


सपा नेता राजपाल कश्यप और आशु मलिक हिरासत में

सोमवार सुबह समाजवादी पार्टी नेता राजपाल कश्यप व आशु मलिक समाजवादी पार्टी कार्यालय पहुंचे, जहां पर पुलिस ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया. ऐसे में राजपाल कश्यप आशु मलिक की पुलिस से नोकझोंक हो गई. इसके बाद पुलिस ने दोनों समाजवादी नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया.

एमएलसी उदयवीर सिंह भी नहीं जा सके कार्यालय

समाजवादी पार्टी से एमएलसी उदयवीर सिंह भी समाजवादी पार्टी कार्यालय पहुंचे, जिन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया. उदयवीर सिंह ने बताया कि समाजवादी पार्टी नेता राजपाल कश्यप आशु मलिक ने अपना पहचान पत्र दिखाया, जिसके बावजूद भी उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया है.

समाजवादी कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक

समाजवादी पार्टी कार्यालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच में नोकझोंक हुई, जिसके बाद कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस दौरान समाजवादी पार्टी विधि प्रकोष्ठ के नेता एबाद खान और पुलिस के बीच में नोकझोंक हुई. इसके बाद एबाद खान को गिरफ्तार कर लिया गया.

समाजवादी पार्टी कार्यालय के अंदर मौजूद कार्यकर्ताओं ने बाहर निकलने का प्रयास किया, जिसके बाद समाजवादी पार्टी कार्यालय के पास लगाई गई बैरिकेडिंग पर पुलिस कर्मचारियों और समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई.

कार्यकर्ताओं ने लगाया मारपीट का आरोप

समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता ने प्रदर्शन के बाद पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाए हैं कि पुलिस ने उनके साथ जबरन मारपीट की, उनके मास्क उतार कर फेंक दिए. कार्यकर्ताओं ने कहा कि पुलिस वर्दी पर लगा अपना बैच निकाल रखा है, जिसके बाद पुलिस नाजायज तरह से कार्यकर्ताओं व नेताओं के साथ बदसलूकी व मारपीट कर रही है.

Last Updated : Dec 7, 2020, 12:58 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.