लखनऊ : उत्तर प्रदेश के अमेठी के रहने वाले एक युवक के नाम से फर्जी आधार और पैन कार्ड बनवाकर लाखों रुपये का लोन (arrested loan takers with fake documents) कराने वाले तीन आरोपियों समीर अरोरा, रोहन शुक्ला व निशांत गुप्ता को पुलिस ने गिरफ़्तार किया है. अलग-अलग बैंकों से रिकवरी के नोटिस पहुंचने के बाद फर्जीवाड़े का पता चला था, जिसके बाद पीड़ित ने विभूतिखंड कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था.
विभूतिखंड इंस्पेक्टर राम सिंह ने बताया कि अमेठी नोनखार निवासी मनोज तिवारी के मुताबिक, उनके नाम से पीजीआई स्थित आश्रम एल्डिको कॉलोनी के पते पर आधार और पैन कार्ड बनवाया गया है. जिसका इस्तेमाल करते हुए एचडीएफसी, एक्सिस, एलडी फाइनेंस और होम क्रेडिट इंडिया से वाहन और पर्सनल लोन लिया गया है. आरोपियों ने 75 हजार की बाइक और 17 लाख 21 हजार रुपये की कार भी फाइनेंस कराई है. फर्जी दस्तावेज पर मनोज की फोटो उसके दस्तावेजों के नंबर भी डाले गए हैं. एचडीएफसी बैंक ने मनोज के अमेठी स्थित घर पर रिकवरी नोटिस भेजा तो मनोज रायबरेली स्थित बैंक की ब्रांच में गए, जहां पता चला कि मनोज के नाम पर अलग-अलग कंपनियों से कई लोन चल रहे हैं, लेकिन किसी में भी किस्त अदा नहीं की गई है. मनोज ने एसपी रायबरेली से मिलकर घटना की शिकायत की थी, जिस पर उन्हें विभूतिखंड कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराने के लिए कहा गया. पीड़ित मनोज की शिकायत पर 25 नवम्बर को मुकदमा दर्ज कर लिया गया था और पुलिस आरोपियों की तलाश में लग गई थी.
इंस्पेक्टर विभूतिखंड राम सिंह ने बताया कि अमेठी के रहने वाले मनोज ने थाने पर 25 नवंबर को शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके नाम से फ़र्जी आधार और पैन बनाकर अलग अलग बैंकों से लाखों का लोन लिया गया है. शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस व सर्विलांस टीम की मदद से तीन जालसाजों समीर अरोरा निवासी थाना आलमबाग व रोहन शुक्ला निवासी नाका थाना और निशांत गुप्ता थाना इंदिरानगर को शुक्रवार को बासमंडी पॉलिटेक्निक चौराहे के पास से गिरफ्तार किया गया है.
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