लखनऊः मड़ियांव पुलिस ने रविवार को फ्लिप कार्ड से फर्जी पते पर एंड्राइड फोन व स्मार्टफोन ऑनलाइन बुकिंग करके और कंपनी से फ्रॉड करने वाले गिरोह का पर्दाफास किया है. पुलिस ने गिरोह में शामिल 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके कब्जे से 25 लाख रुपये से अधिक कीमत के 45 एंड्राइड और आई फोन बरामद किए हैं.
पुलिस ने बताया कि ऑनलाइन बात करने वाले की सूचना शिकायतकर्ता धीरेंद्र प्रताप सिंह निवासी रायबरेली ने 1 अक्टूबर को दी थी. धीरेंद्र प्रताप सिंह फ्लिपकार्ट कंपनी के सीएबीटी में प्लास्टर प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं. शिकायतकर्ता धीरेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक, जिसके यहां रविंद्र कुमार, शुभम, धर्मवीर यादव डिलीवरी ब्वॉय का कार्य लगभग 1 महीने से कर रहे थे. षड्यंत्र के तहत सचिन तिवारी के साथ मिलकर अलग-अलग आईडी बनाकर मोबाइल द्वारा फ्लिपकार्ट पर एप्पल के मोबाइल, आईपैड घड़ी, टेबलेट व अन्य सामान बुक किया जाता था, जिसकी डिलीवरी instacart सर्विस द्वारा की जाती थी.
महर्षि आईएम रोड की डिलीवरी रविंद्र, शुभम और धर्मवीर द्वारा की जाती थी. सचिन तिवारी आईआईएम महा ऋषि के पत्ते से बुकिंग करते हैं. इस तरह फ्रॉड को अंजाम देते इन सभी लोगों द्वारा फ्लिपकार्ट के डिब्बे की कूट रचना करते हुए रैपर रखते थे और बुक किया हुआ सामान पहुंचने से पहले कूट रचना किए हुए रैपर डिब्बे के मिट्टी भरकर वापस कर देते थे, जिससे कंपनी को पता ना चले. वहीं, जब डिलीवरी वापस करते तो डिब्बे पर फर्जी रेपर चिपका देते, इस बीच ओरिजिनल फोन को बेचकर लाभ कमाते थे.
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 43 एंड्राइड और एप्पल मोबाइल फोन, 7 टैबलेट, 25 यूसीबी केबिल, 4 पैकेट सूरज गोल्ड ग्लास पुट्टी, एक बंडल सफेद पारदर्शी टेप, दो बंडल फ्लिपकार्ट प्लस का लोगो, एक बंडल भूरे रंग का टेप, 2 कटिंग चाकू बरामद किया है.
डीसीपी उत्तरी कासिम आब्दी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए छः आरोपी लगातार ऑनलाइन फर्जी तरीके से कंपनी से ठगी कर रहे थे. इसकी सूचना प्रबंधक द्वारा दी गई. इसके बाद पुलिस ने संज्ञान लेते हुए जांच पड़ताल कर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है.
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