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राम मंदिर निर्माण: अभेद्य थ्री लेयर सुरक्षा चक्र के बीच पीएम मोदी करेंगे पूजन - राम मंदिर निर्माण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या पहुंचने को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम किए गए हैं. मंदिर क्षेत्र और इसके आस-पास में 3500 से अधिक सुरक्षा कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी. वहीं क्षेत्र में 5000 से अधिक सीसीटीवी लगाए जाएंगे, जबकि सैकड़ों की संख्या में ड्रोन कैमरे भी निगरानी रखेंगे.

सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम.
सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम.
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Published : Aug 1, 2020, 6:25 PM IST

लखनऊ: 5 अगस्त को अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर निर्माण को लेकर भूमि पूजन का आयोजन होगा. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई वीआईपी भी हिस्सा लेंगे, लिहाजा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं. एडीजी जोन लखनऊ एसएन साबत ने जानकारी देते हुए बताया कि अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खास प्लान तैयार किया गया है. मंदिर क्षेत्र और इसके आसपास में 3500 से अधिक सुरक्षा कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी. क्षेत्र में 5000 से अधिक सीसीटीवी लगाए जाएंगे और सैकड़ों की संख्या में ड्रोन कैमरों से भी निगरानी रखी जाएगी. रविवार से ही पीएम की सुरक्षा को लेकर एसपीजी सक्रिय हो जाएगी, जिसके कोआर्डिनेशन से बेहतर सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस काम करेगी. साकेत डिग्री कॉलेज के पास हेलीपैड बनाया गया है, जहां पर कई वीआईपी लैंड करेंगे, लिहाजा यहां की सुरक्षा को लेकर भी तैयारियां की गई हैं. तमाम इनपुट और विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम के दौरान अयोध्या की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाएगा. वहीं आवश्यकता पड़ने पर अयोध्या की सीमाओं को सील भी किया जाएगा. अभी से इस बात के निर्देश दिए गए हैं कि कार्यक्रम के दौरान लोग भीड़ न जुटाएं, जिससे कि कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके.

अभेद्य सुरक्षा घेरे में भूमि पूजन करेंगे पीएम
अयोध्या में भूमि पूजन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम किए गए हैं, जहां अयोध्या की सुरक्षा के लिए हजारों की संख्या में फोर्स तैनात की गई है. तीन अभेद्य सुरक्षा चक्रों के बीच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन करेंगे. पुलिस विभाग के अधिकारियों के लिए अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था के लिए अनेक चक्र हैं, लेकिन जिस स्थान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन का कार्यक्रम आयोजित करेंगे, उसे तीन स्तरों पर सुरक्षित किया गया है,


प्लान के मुताबिक जहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे, वहां पर स्पेशल ट्रेंड कमांडो की तैनाती की जाएगी. यहां पर सिर्फ 5 लोगों के उपस्थित रहने की अनुमति होगी. इसके अतिरिक्त सिर्फ सुरक्षा की दृष्टि से यहां खास जवान तैनात रहेंगे. ठीक इसके बाद एक और सुरक्षा घेरा तैयार किया जाएगा, जहां पर एसपीजी के जवान और कमांडो तैनात रहेंगे. ये जवान कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा को लेकर मुस्तैद रहेंगे. दूसरे सुरक्षा घेरे के बाद एक और तीसरा सुरक्षा घेरा तैयार किया जाएगा, जहां पर पुलिस के ट्रेंड सुरक्षा कर्मचारी तैनात रहेंगे. मुख्य आयोजन क्षेत्र के बाहर भी भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की जाएगी, जो चप्पे-चप्पे पर नजर रखेगी. हेलीपैड से वीआईपी रास्ते से होते हुए आयोजन स्थल तक पहुंचने के लिए वीआईपी की सुरक्षा के लिए स्नाइपर्स तैनात किए जाएंगे, जो रास्ते में वीआईपी की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे.

केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों की भी तैनाती
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए अलर्ट जारी किया गया है. आतंकी हमले को लेकर प्रशांत कुमार ने कहा कि कोई स्पेसिफिक इनपुट नहीं मिला है, लेकिन हम सतर्कता बरत रहे हैं. अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने कहा कि वह हर हाल में भूमि पूजन को सुरक्षा के बीच संपन्न कराएंगे. अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस के आला अधिकारी सक्रिय हैं. अभी से अयोध्या में पुलिस फोर्स सहित पीएसी के जवान तैनात कर दिए गए हैं. उत्तर प्रदेश के जवानों सहित केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों की भी तैनाती अयोध्या में की गई है. अभी से सैकड़ों की संख्या में जवानों को अयोध्या में तैनात कर दिया गया है, जो भूमि पूजन के बाद तक तैनात रहेंगे. अयोध्या में मंदिर के भूमि पूजन में पहुंचने वाले व्यक्तियों की सुरक्षा में किसी तरह की चूक न हो, इसलिए मंदिर क्षेत्र को सीसीटीवी सर्विलांस में रखा जाएगा. ड्रोन कैमरों की मदद से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या में स्नाइपर्स तैनात किए जाएंगे, जिससे कि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके.

अयोध्या सहित पड़ोसी जिलों में भी हाई अलर्ट
सिर्फ अयोध्या ही नहीं अयोध्या के आसपास के जिलों में भी अलर्ट जारी किया गया है. अयोध्या से सटे हुए इन जिलों में किसी तरह के विवाद में उत्पन्न न होने पाए, इस बात को ध्यान में रखते हुए पुलिस विभाग ने अभी से तैयारियां कर ली हैं. जिलों में सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने के मकसद से सीनियर आईपीएस अधिकारियों को जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

इन अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी
शासन की ओर से जारी किए गए निर्देशों के तहत अयोध्या के आसपास के जिले की जिम्मेदारी सीनियर आईपीएस अधिकारी को दी गई है. जारी किए गए निर्देशों के तहत गोंडा में सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी एडीजी यातायात अशोक कुमार सिंह को, बहराइच की जिम्मेदारी एडीजीपी एसी रामकुमार को, अमेठी की जिम्मेदारी एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडे को, सुलतानपुर की जिम्मेदारी आईजी फायर विजय प्रकाश को, अंबेडकरनगर की जिम्मेदारी आईजी प्रतीक्षारत पीयूष मोरिया को, बस्ती की जिम्मेदारी आईजी बस्ती रेंज एके राय को, बाराबंकी की जिम्मेदारी आईजी भर्ती बोर्ड विजय भूषण को, महाराजगंज की जिम्मेदारी डीआईजी चंद्रप्रकाश और सिद्धार्थ नगर की जिम्मेदारी डीआईजी प्रशासन आरके भरद्वाज को दी गई है. अयोध्या से सटे हुए इन सभी जिलों की जिम्मेदारी इन अधिकारियों के कंधे पर होगी. 29 जुलाई की शाम से 6 अगस्त की सुबह तक इन सीनियर आईपीएस अधिकारियों को सुरक्षा के इंतजाम देखने होंगे.

लखनऊ: 5 अगस्त को अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर निर्माण को लेकर भूमि पूजन का आयोजन होगा. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई वीआईपी भी हिस्सा लेंगे, लिहाजा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं. एडीजी जोन लखनऊ एसएन साबत ने जानकारी देते हुए बताया कि अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खास प्लान तैयार किया गया है. मंदिर क्षेत्र और इसके आसपास में 3500 से अधिक सुरक्षा कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी. क्षेत्र में 5000 से अधिक सीसीटीवी लगाए जाएंगे और सैकड़ों की संख्या में ड्रोन कैमरों से भी निगरानी रखी जाएगी. रविवार से ही पीएम की सुरक्षा को लेकर एसपीजी सक्रिय हो जाएगी, जिसके कोआर्डिनेशन से बेहतर सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस काम करेगी. साकेत डिग्री कॉलेज के पास हेलीपैड बनाया गया है, जहां पर कई वीआईपी लैंड करेंगे, लिहाजा यहां की सुरक्षा को लेकर भी तैयारियां की गई हैं. तमाम इनपुट और विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम के दौरान अयोध्या की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाएगा. वहीं आवश्यकता पड़ने पर अयोध्या की सीमाओं को सील भी किया जाएगा. अभी से इस बात के निर्देश दिए गए हैं कि कार्यक्रम के दौरान लोग भीड़ न जुटाएं, जिससे कि कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके.

अभेद्य सुरक्षा घेरे में भूमि पूजन करेंगे पीएम
अयोध्या में भूमि पूजन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम किए गए हैं, जहां अयोध्या की सुरक्षा के लिए हजारों की संख्या में फोर्स तैनात की गई है. तीन अभेद्य सुरक्षा चक्रों के बीच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन करेंगे. पुलिस विभाग के अधिकारियों के लिए अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था के लिए अनेक चक्र हैं, लेकिन जिस स्थान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन का कार्यक्रम आयोजित करेंगे, उसे तीन स्तरों पर सुरक्षित किया गया है,


प्लान के मुताबिक जहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे, वहां पर स्पेशल ट्रेंड कमांडो की तैनाती की जाएगी. यहां पर सिर्फ 5 लोगों के उपस्थित रहने की अनुमति होगी. इसके अतिरिक्त सिर्फ सुरक्षा की दृष्टि से यहां खास जवान तैनात रहेंगे. ठीक इसके बाद एक और सुरक्षा घेरा तैयार किया जाएगा, जहां पर एसपीजी के जवान और कमांडो तैनात रहेंगे. ये जवान कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा को लेकर मुस्तैद रहेंगे. दूसरे सुरक्षा घेरे के बाद एक और तीसरा सुरक्षा घेरा तैयार किया जाएगा, जहां पर पुलिस के ट्रेंड सुरक्षा कर्मचारी तैनात रहेंगे. मुख्य आयोजन क्षेत्र के बाहर भी भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की जाएगी, जो चप्पे-चप्पे पर नजर रखेगी. हेलीपैड से वीआईपी रास्ते से होते हुए आयोजन स्थल तक पहुंचने के लिए वीआईपी की सुरक्षा के लिए स्नाइपर्स तैनात किए जाएंगे, जो रास्ते में वीआईपी की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे.

केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों की भी तैनाती
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए अलर्ट जारी किया गया है. आतंकी हमले को लेकर प्रशांत कुमार ने कहा कि कोई स्पेसिफिक इनपुट नहीं मिला है, लेकिन हम सतर्कता बरत रहे हैं. अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने कहा कि वह हर हाल में भूमि पूजन को सुरक्षा के बीच संपन्न कराएंगे. अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस के आला अधिकारी सक्रिय हैं. अभी से अयोध्या में पुलिस फोर्स सहित पीएसी के जवान तैनात कर दिए गए हैं. उत्तर प्रदेश के जवानों सहित केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों की भी तैनाती अयोध्या में की गई है. अभी से सैकड़ों की संख्या में जवानों को अयोध्या में तैनात कर दिया गया है, जो भूमि पूजन के बाद तक तैनात रहेंगे. अयोध्या में मंदिर के भूमि पूजन में पहुंचने वाले व्यक्तियों की सुरक्षा में किसी तरह की चूक न हो, इसलिए मंदिर क्षेत्र को सीसीटीवी सर्विलांस में रखा जाएगा. ड्रोन कैमरों की मदद से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या में स्नाइपर्स तैनात किए जाएंगे, जिससे कि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके.

अयोध्या सहित पड़ोसी जिलों में भी हाई अलर्ट
सिर्फ अयोध्या ही नहीं अयोध्या के आसपास के जिलों में भी अलर्ट जारी किया गया है. अयोध्या से सटे हुए इन जिलों में किसी तरह के विवाद में उत्पन्न न होने पाए, इस बात को ध्यान में रखते हुए पुलिस विभाग ने अभी से तैयारियां कर ली हैं. जिलों में सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने के मकसद से सीनियर आईपीएस अधिकारियों को जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

इन अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी
शासन की ओर से जारी किए गए निर्देशों के तहत अयोध्या के आसपास के जिले की जिम्मेदारी सीनियर आईपीएस अधिकारी को दी गई है. जारी किए गए निर्देशों के तहत गोंडा में सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी एडीजी यातायात अशोक कुमार सिंह को, बहराइच की जिम्मेदारी एडीजीपी एसी रामकुमार को, अमेठी की जिम्मेदारी एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडे को, सुलतानपुर की जिम्मेदारी आईजी फायर विजय प्रकाश को, अंबेडकरनगर की जिम्मेदारी आईजी प्रतीक्षारत पीयूष मोरिया को, बस्ती की जिम्मेदारी आईजी बस्ती रेंज एके राय को, बाराबंकी की जिम्मेदारी आईजी भर्ती बोर्ड विजय भूषण को, महाराजगंज की जिम्मेदारी डीआईजी चंद्रप्रकाश और सिद्धार्थ नगर की जिम्मेदारी डीआईजी प्रशासन आरके भरद्वाज को दी गई है. अयोध्या से सटे हुए इन सभी जिलों की जिम्मेदारी इन अधिकारियों के कंधे पर होगी. 29 जुलाई की शाम से 6 अगस्त की सुबह तक इन सीनियर आईपीएस अधिकारियों को सुरक्षा के इंतजाम देखने होंगे.

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