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एलयू की पीएचडी प्रवेश परीक्षा 20 और 21 अगस्त को, यह रहेगा परीक्षा पैटर्न

लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) ने पीएचडी (Ph.d) प्रवेश परीक्षा का कार्यक्रम घोषित कर दिया है. एलयू(LU) में पीएचडी (Ph.d) की प्रवेश परीक्षा 20 और 21 अगस्त को आयोजित होगी.

लखनऊ विश्वविद्यालय
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Published : Jul 28, 2021, 7:43 PM IST

लखनऊ : एलयू (Lucknow University) ने बुधवार को पीएचडी (Ph.d) प्रवेश परीक्षा का कार्यक्रम घोषित कर दिया है. यह प्रवेश परीक्षा 20 और 21 अगस्त को आयोजित की जाएगी. लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अभी ऑफलाइन प्रवेश परीक्षा आयोजन कराने का फैसला लिया गया है. यह प्रवेश परीक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में होगी. इस बार लखनऊ विश्वविद्यालय में पीएचडी के लिए कुल 4,302 आवेदन प्राप्त हुए हैं. सबसे अधिक आवेदन रेगुलर पीएचडी कॉमर्स विषय से प्राप्त हुए हैं. जबकि पार्टटाइम पीएचडी में सबसे अधिक आवेदन शिक्षा शास्त्र विषय में मिले हैं. बता दें कि पीएचडी पाठ्यक्रम के लिए होने वाली परीक्षा जून में संभावित है.



ऐसा होगा पेपर का पैटर्न

  • प्रवेश परीक्षा में 70 प्रश्न बहुविकल्पीय प्रश्न होगों, जिसमें 35 प्रश्न संबंधित विषय से एवं 35 प्रश्न रिसर्च मेथोडोलोजी(Research Methodology) से होंगे.
    प्रवेश परीक्षा का समय 90 मिनट होगा.
  • प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का होगा.
  • निगेटिव मार्किंग नहीं होगी.


नए ऑर्डिनेंस में हुए हैं कई बदलाव

  • पीएचडी दो वर्गों में कराई जाएगी, पहली फुल टाइम और दूसरी पार्ट टाइम. पार्ट टाइम पीएचडी सुपर न्यूमैरिक होगी. अभ्यर्थी प्रोफेसर/एसोसिएट प्रोफेसर की देखरेख में शोध करेगा.
  • एक शैक्षिक सत्र में एक फैकल्टी में सिर्फ एक पार्ट टाइम रिसर्च स्कॉलर का पंजीकरण होगा.
  • शोध के लिए निर्धारित योग्यता पूर्ण करने पर कुलपति को भी पीएचडी सुपरवाइजर बनने का विकल्प रखा गया है.
  • फुल टाइम शोधार्थी (चाहे उनका गाइड विश्वविद्यालय का शिक्षक हो या एसोसिएटेड कॉलेज का) विश्वविद्यालय के नियमित छात्र का लाभ ले सकेंगे.
  • शोधार्थियों के शोध कार्य की समीक्षा के लिए एक रिसर्च एडवाइजरी कमेटी बनाई जाएगी. इसमें सुपरवाइजर, को सुपरवाइजर, नामित विषय विशेषज्ञ शामिल होगे.
  • वाइवा( Viva) की तिथि को ही पीएचडी डिग्री अवार्ड किए जाने की तिथि माना जाएगा.


नए ऑर्डिनेंस में फैकल्टी को मिलेगा यह लाभ

  • वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ओपन वाइवा( Viva) कराने का विकल्प दिया गया है.
  • पंजीकृत शोधार्थी के थीसिस जमा करने की तिथि से ही सीट खाली मानी जाएगी.
  • नवनियुक्त असिस्टेंट प्रोफेसर अपना प्रोबेशनरी पीरियड पूरा करने के बाद शोध कार्य करा सकेंगे.

इसे पढ़ें- प्रदेश में 500 एंबुलेंसकर्मी हटाए गए, तीसरे दिन भी हड़ताल जारी

लखनऊ : एलयू (Lucknow University) ने बुधवार को पीएचडी (Ph.d) प्रवेश परीक्षा का कार्यक्रम घोषित कर दिया है. यह प्रवेश परीक्षा 20 और 21 अगस्त को आयोजित की जाएगी. लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अभी ऑफलाइन प्रवेश परीक्षा आयोजन कराने का फैसला लिया गया है. यह प्रवेश परीक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में होगी. इस बार लखनऊ विश्वविद्यालय में पीएचडी के लिए कुल 4,302 आवेदन प्राप्त हुए हैं. सबसे अधिक आवेदन रेगुलर पीएचडी कॉमर्स विषय से प्राप्त हुए हैं. जबकि पार्टटाइम पीएचडी में सबसे अधिक आवेदन शिक्षा शास्त्र विषय में मिले हैं. बता दें कि पीएचडी पाठ्यक्रम के लिए होने वाली परीक्षा जून में संभावित है.



ऐसा होगा पेपर का पैटर्न

  • प्रवेश परीक्षा में 70 प्रश्न बहुविकल्पीय प्रश्न होगों, जिसमें 35 प्रश्न संबंधित विषय से एवं 35 प्रश्न रिसर्च मेथोडोलोजी(Research Methodology) से होंगे.
    प्रवेश परीक्षा का समय 90 मिनट होगा.
  • प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का होगा.
  • निगेटिव मार्किंग नहीं होगी.


नए ऑर्डिनेंस में हुए हैं कई बदलाव

  • पीएचडी दो वर्गों में कराई जाएगी, पहली फुल टाइम और दूसरी पार्ट टाइम. पार्ट टाइम पीएचडी सुपर न्यूमैरिक होगी. अभ्यर्थी प्रोफेसर/एसोसिएट प्रोफेसर की देखरेख में शोध करेगा.
  • एक शैक्षिक सत्र में एक फैकल्टी में सिर्फ एक पार्ट टाइम रिसर्च स्कॉलर का पंजीकरण होगा.
  • शोध के लिए निर्धारित योग्यता पूर्ण करने पर कुलपति को भी पीएचडी सुपरवाइजर बनने का विकल्प रखा गया है.
  • फुल टाइम शोधार्थी (चाहे उनका गाइड विश्वविद्यालय का शिक्षक हो या एसोसिएटेड कॉलेज का) विश्वविद्यालय के नियमित छात्र का लाभ ले सकेंगे.
  • शोधार्थियों के शोध कार्य की समीक्षा के लिए एक रिसर्च एडवाइजरी कमेटी बनाई जाएगी. इसमें सुपरवाइजर, को सुपरवाइजर, नामित विषय विशेषज्ञ शामिल होगे.
  • वाइवा( Viva) की तिथि को ही पीएचडी डिग्री अवार्ड किए जाने की तिथि माना जाएगा.


नए ऑर्डिनेंस में फैकल्टी को मिलेगा यह लाभ

  • वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ओपन वाइवा( Viva) कराने का विकल्प दिया गया है.
  • पंजीकृत शोधार्थी के थीसिस जमा करने की तिथि से ही सीट खाली मानी जाएगी.
  • नवनियुक्त असिस्टेंट प्रोफेसर अपना प्रोबेशनरी पीरियड पूरा करने के बाद शोध कार्य करा सकेंगे.

इसे पढ़ें- प्रदेश में 500 एंबुलेंसकर्मी हटाए गए, तीसरे दिन भी हड़ताल जारी

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