लखनऊ: प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस कमिश्नर लखनऊ के आदेश के तहत चलाए जा रहे अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. राजधानी की पीजीआई थाना पुलिस ने एक शातिर 50,000 के इनामी अपराधी को गिरफ्तार किया है, जिसके ऊपर पीजीआई थाना क्षेत्र और अन्य थाना क्षेत्रों में 35 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं. गिरफ्तार शातिर अपराधी कई सालों से कई मामलों में वांछित चल रहा था.
बुधवार को इंस्पेक्टर पीजीआई केके मिश्रा के कुशल नेतृत्व में पीजीआई पुलिस ने दीनदयाल सिंचाई विभाग पार्क के पास से मुखबिर की सूचना पर शातिर अपराधी भरत दास को गिरफ्तार कर लिया है. पीजीआई थाने से मिली जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार अपराधी भरत दास के विरुद्ध जनपद फतेहपुर ,सुल्तानपुर ,लखनऊ और अन्य जनपदों में प्रॉपर्टी हड़पने, हत्या करने व अन्य प्रकार के गंभीर आरोप दर्ज हैं.
जानकारी के मुताबिक पकड़े गए अपराधी भरत दास का असली नाम राम नेवाज सिंह है. इसने लखनऊ के अखाड़ा उदासीन नानक मठ, चौक के पूर्व महंत स्वर्गीय सोमेन दास की मृत्यु के उपरांत फर्जी उत्तराधिकारी बनकर आश्रम की जमीन को अपने सहयोगियों के साथ फर्जी तरीके से बेच दिया था. इतना ही नहीं इस शातिर अपराधी ने आश्रम की जमीनों की फर्जी आईडी तैयार करा ली थी, जिस मामले में यह वांछित चल रहा था. इसके अलावा राम नेवाज सिंह उर्फ भरत दास पर आश्रम मठ की जमीन के फर्जी कागज बनवाकर जनपद लखनऊ, सुलतानपुर, फतेहपुर और अन्य जनपदों में गैंग के अन्य सहयोगियों द्वारा जमीन पर जबरन कब्जा करना, पीठासीन महंत की हत्या करना जैसे मामलों में भी यह वांछित था. पुलिस ने इस शातिर अपराधी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि बाकी साथियों की तलाश की जा रही है.