लखनऊ : संजय गांधी पीजीआई के एपेक्स ट्रामा सेंटर के मरीजों को नए साल में एमआरआई की सुविधा मिलेगी. इसके अलावा ट्रामा सेंटर में पैथोलॉजी से लेकर रेडियोलॉजी से जुड़ी कई प्रकार की जांचों की सुविधा भी मिलेगी. शासन ने ट्रामा में पीपीपी मॉडल पर एमआरआई लगाने के संस्थान प्रशासन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. ट्रामा के मरीजों को एमआरआई के लिए संस्थान की पुरानी बिल्डिंग व दूसरे सेंटर नहीं जाना पड़ेगा. फिलहाल एपेक्स ट्रामा सेंटर में 131 बेड पर मरीजों का उपचार की व्यवस्था है.
पीजीआई के अस्पताल प्रशासन विभाग के प्रमुख व एपेक्स ट्रॉमा सेंटर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेश हर्षवधन ने बताया कि मरीजों को सभी प्रकार जांच की सुविधा मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है. ताकि ट्रामा के मरीजों को बाहर जांच के लिए न जाना पड़े. डॉ. हर्षवर्धन के अनुसार एमआरआई मशीन महंगी होने की वजह से पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल लगाने की सहमति बनी है. संस्थान प्रशासन ने पीपीपी मॉडल पर एमआरआई मशीन लगाने के लिए शासन से अनुमति मांगी थी. जिसकी मंजूरी मिल गई है. नए साल में एमआरआई यूनिट लगाई जाएगी.
इसके अलावा नई सीटी स्कैन यूनिट भी लगाई जा रही है. फिलहाल ट्रामा के मरीजों को सीटी व एमआरआई के लिए संस्थान की पुरानी बिल्डिंग स्थित रेडियोडायग्नोसिस विभाग में भेजा जाता है. संस्थान में करीब तीन माह की वेटिंग के चलते मरीजों को बाहर निजी सेंटरों पर एमआरआई व सीटी करानी पड़ रही है. मौजूदा समय में एक्सरे, अल्ट्रासाउण्ड से लेकर पैथोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी से जुड़ी सभी प्रकार की जांचें हो रही हैं. ट्रॉमा में भर्ती मरीजों को शुरुआती 24 घंटे मुफ्त इलाज किया जा रहा है. ट्रॉमा में एक ही छत के नीचे सभी तरह के इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी.