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PGI Lucknow : पीजीआई लखनऊ ने जांच दरों में किया इजाफा, जानिए क्या होगा अब नया शुल्क

पीजीआई लखनऊ (PGI Lucknow) में अब इलाज कराना महंगा होगा. दरअसल जांच किट और रसायन आदि की कीमतों में बढ़ोतरी को वजह बता कर संस्थान ने जांच शुल्क में 50% तक का इजाफा कर दिया है.

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Published : Mar 2, 2023, 6:27 PM IST

पीजीआई लखनऊ ने जांच दरों में किया इजाफा.

लखनऊ : राजधानी लखनऊ में स्थित एसजीपीजीआई अस्पताल में इलाज कराना अब और महंगा हो गया है. पीजीआई अस्पताल ले 15 साल बाद जांच की कीमतों में इजाफा किया है. संस्थान में एमआरआई, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड एक्सरे, पेट स्कैन समेत खून व बायोप्सी की जांच संस्थान ने बढ़े रेट पर शुरू कर दी है. पीजीआई में मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार समेत कई प्रदेशों से रोजाना पांच हजार मरीज इलाज कराने आते हैं. इनमें से दो हजार मरीजों की रोजाना ओपीडी से जांचें लिखी जाती हैं.

पीजीआई लखनऊ ने जांच दरों में किया इजाफा.
पीजीआई लखनऊ ने जांच दरों में किया इजाफा.

बिहार से आए मरीज अशफाक ने बताया कि पिछले कई दिनों से पीजीआई अस्पताल के बाहर लॉज में रुके हुए हैं. संस्थान ने जांच की दरें भी बढ़ा दी हैं और जांच के लिए तीन महीने की डेट दी जा रही है. जिससे वह काफी परेशान हैं. इलाहाबाद से आए अवध नारायण ने बताया कि कुछ दिन पहले जांच कराई थी तो 28 सौ रुपये में हो गई थी. आज वही जांच चार हजार के लगभग हुई है. लखीमपुर खीरी सहित कई मरीजों ने बताया कि जांच दरों में इजाफा की वजह से उन्हें काफी परेशानी हो रही है. पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी समेत दूसरे विभागों की जांचों की दरों में 10 से 50 फीसदी तक इजाफा किया गया है.

एसजीपीजीआई संस्थान के निदेशक प्रो. आरके धीमान ने बताया कि पिछले 15 सालों से जांच के शुल्क नहीं बढ़े थे. संस्थान के घाटे को देखते हुए शुल्क बढ़ाया गया है. ₹100 से कम वाली जांचों में ही सबसे ज्यादा 50 फीसदी तक बढ़ोतरी की गई है. इससे ऊपर ₹5 हजार तक की जांच में 20 फीसदी तक पांच हज़ार से ज्यादा वाली जांचों में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. ऐसे में किसी मरीज को ज्यादा समस्या नहीं होगी. दरअसल जांचों में प्रयोग होने वाली किट केमिकल एवं अन्य उपयोगी चीजों के दामों में बढ़ोतरी हुई है. जिससे चलते संस्थान ने जांच के रेट बढ़ाए हैं. गवर्निंग बॉडी की मंजूरी के बाद नए रेट लागू कर दिए गए हैं. संस्थान में होने वाली जांचों के दाम अब भी निजी अस्पतालों व डायग्नोस्टिक सेंटरों के मुकाबले काफी कम हैं. हालांकि इस बढ़ोतरी से कहीं ना कहीं गरीब मरीजों के जेबों का बोझ बढ़ जाएगा. संस्थान में भर्ती होने वाले हर मरीजों को अब साधारण बेड के लिए भी रोजाना 25 फीसदी से ज्यादा शुल्क चुकाना होगा. अभी तक बेड शुल्क के ₹600 था जो अब ₹800 हो गया है. इसके साथ ही पेट स्कैन, एमआरआई, सीटी स्कैन समेत महंगी जांचों में 10 से 20 फ़ीसदी दाम बढ़ाए गए हैं. एमआरआई अब ₹4600 रुपये में होगी.

यह भी पढ़ें : Assembly Elections Result : त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में फिर बनेगी भाजपा सरकार !

पीजीआई लखनऊ ने जांच दरों में किया इजाफा.

लखनऊ : राजधानी लखनऊ में स्थित एसजीपीजीआई अस्पताल में इलाज कराना अब और महंगा हो गया है. पीजीआई अस्पताल ले 15 साल बाद जांच की कीमतों में इजाफा किया है. संस्थान में एमआरआई, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड एक्सरे, पेट स्कैन समेत खून व बायोप्सी की जांच संस्थान ने बढ़े रेट पर शुरू कर दी है. पीजीआई में मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार समेत कई प्रदेशों से रोजाना पांच हजार मरीज इलाज कराने आते हैं. इनमें से दो हजार मरीजों की रोजाना ओपीडी से जांचें लिखी जाती हैं.

पीजीआई लखनऊ ने जांच दरों में किया इजाफा.
पीजीआई लखनऊ ने जांच दरों में किया इजाफा.

बिहार से आए मरीज अशफाक ने बताया कि पिछले कई दिनों से पीजीआई अस्पताल के बाहर लॉज में रुके हुए हैं. संस्थान ने जांच की दरें भी बढ़ा दी हैं और जांच के लिए तीन महीने की डेट दी जा रही है. जिससे वह काफी परेशान हैं. इलाहाबाद से आए अवध नारायण ने बताया कि कुछ दिन पहले जांच कराई थी तो 28 सौ रुपये में हो गई थी. आज वही जांच चार हजार के लगभग हुई है. लखीमपुर खीरी सहित कई मरीजों ने बताया कि जांच दरों में इजाफा की वजह से उन्हें काफी परेशानी हो रही है. पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी समेत दूसरे विभागों की जांचों की दरों में 10 से 50 फीसदी तक इजाफा किया गया है.

एसजीपीजीआई संस्थान के निदेशक प्रो. आरके धीमान ने बताया कि पिछले 15 सालों से जांच के शुल्क नहीं बढ़े थे. संस्थान के घाटे को देखते हुए शुल्क बढ़ाया गया है. ₹100 से कम वाली जांचों में ही सबसे ज्यादा 50 फीसदी तक बढ़ोतरी की गई है. इससे ऊपर ₹5 हजार तक की जांच में 20 फीसदी तक पांच हज़ार से ज्यादा वाली जांचों में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. ऐसे में किसी मरीज को ज्यादा समस्या नहीं होगी. दरअसल जांचों में प्रयोग होने वाली किट केमिकल एवं अन्य उपयोगी चीजों के दामों में बढ़ोतरी हुई है. जिससे चलते संस्थान ने जांच के रेट बढ़ाए हैं. गवर्निंग बॉडी की मंजूरी के बाद नए रेट लागू कर दिए गए हैं. संस्थान में होने वाली जांचों के दाम अब भी निजी अस्पतालों व डायग्नोस्टिक सेंटरों के मुकाबले काफी कम हैं. हालांकि इस बढ़ोतरी से कहीं ना कहीं गरीब मरीजों के जेबों का बोझ बढ़ जाएगा. संस्थान में भर्ती होने वाले हर मरीजों को अब साधारण बेड के लिए भी रोजाना 25 फीसदी से ज्यादा शुल्क चुकाना होगा. अभी तक बेड शुल्क के ₹600 था जो अब ₹800 हो गया है. इसके साथ ही पेट स्कैन, एमआरआई, सीटी स्कैन समेत महंगी जांचों में 10 से 20 फ़ीसदी दाम बढ़ाए गए हैं. एमआरआई अब ₹4600 रुपये में होगी.

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