लखनऊ: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी में 16 जनवरी को दीक्षांत समारोह आयोजित होना तय हुआ है. यूनिवर्सिटी प्रशासन अभी तक केवल अंडर ग्रेजुएट यूजी कोर्सेज में ही स्टूडेंट्स को मेडल देता आ रहा है, लेकिन अब अगले साल से यूनिवर्सिटी पोस्ट ग्रेजुएट पीजी कोर्सेज के स्टूडेंट्स को भी दीक्षांत समारोह में मेडल देगा.
बता दें कि एकेटीयू में बीते कई सालों से पीजी कोर्सेज में भी मेडल देने की मांग हो रही थी. इसको देखते हुए शनिवार को यूनिवर्सिटी में आयोजित परीक्षा समिति की बैठक में पीजी कोर्सेज के स्टूडेंट्स को भी मेडल देने का निर्णय लिया गया. आगामी सत्र 2021-22 में होने वाले दीक्षांत समारोह में पीजी के स्टूडेंट्स को भी मेडल दिया जाएगा. इसके अलावा बैठक में फैसला लिया गया कि 16 फरवरी से विवि में होने वाली विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं शुरू होंगी.
अन्य विवि के दीक्षांत समारोह से सीख लेगा एकेटीयू
यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता अशीष मिश्रा ने बताया कि पीजी में कई पाठ्यक्रमों में कम स्टूडेंट्स होने के चलते लगभग सभी के अंक समान आते थे तो उनमें से टॉपर छांट पाना असंभव होता था. ऐसे में विवि प्रशासन अब अन्य विवि के दीक्षांत समारोह में मेडल बांटे जाने की प्रक्रिया को देखेगा. उसके बाद एक कमेटी निर्णय लेगी कि मेडल कैसे देना और किन मानकों के आधार पर देना है.
चुनौती मूल्यांकन की प्रक्रिया पर लगी मोहर
यूनिवर्सिटी में परीक्षा समिति की बैठक में राजभवन के चुनौती मूल्यांकन (चैलेंज इवैलुवेशन) के आदेश को मंजूरी मिल गई है. इसमें स्टूडेंट्स पहले की तरह आरटीआई के तहत प्रति पेपर 300 रुपये देकर कापी देख सकता है. हालांकि आरटीआई में दिखाई गई कॉपी के नंबर से अगर संतुष्ट नहीं है तो वह चैलेंज इवैलुवेशन के लिए आवेदन कर सकता है.
इसके लिए स्टूडेंट्स को परिणाम आने के 45 दिन के भीतर आवेदन करना होगा, जिसके लिए स्टूडेंट्स को 2500 रुपये फीस जमा करना होगा. इसके बाद कुलपति की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जो इवैलुवेशन करेगी. इस दौरान स्टूडेंट्स के चैलेंज इवैलुवेशन की प्रक्रिया के दौरान अंकों में 20 प्रतिशत से अधिक अंतर आता है या 20 फीसदी से अधिक अंक बढ़ जाते हैं तो स्टूडेंट्स को उन्हीं अंक के आधार पर मार्कशीट जारी की जाएगी. साथ ही स्टूडेंट्स को 2500 रुपये में से 1000 रुपये वापस भी कर दिए जाएंगे.
कमल रानी वरुण स्मृति मेडल पर लगी मुहर
यूनिवर्सिटी में 18वां दीक्षांत समारोह 16 जनवरी को होना है. समारोह में कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल 65 मेधावियों को मेडल और लगभग 55,271 स्टूडेंट्स को उपाधि व करीब 75 पीएचडी स्टूडेंट्स को उपाधि प्रदान करेंगी. इसके साथ ही इस वर्ष से दीक्षांत में सभी विधाओं में सर्वाधिक अंक पाने वाली अनुसूचित जाति की छात्रा को कमल रानी वरुण स्मृति मेडल से सम्मानित किया जाएगा. यह मेडल इस वर्ष ऋतु वर्मा को दिया जाएगा. यह मेडल पूर्व मंत्री कमल रानी वरुण की याद में दिया जा रहा है.
बता दें कि समारोह में बतौर मुख्य अतिथि हिमालयी पर्यावरण अध्ययन और संरक्षण संगठन हेस्को प्रमुख पद्मश्री एवं पद्मभूषण अनिल प्रकाश जोशी मौजूद रहेंगे. साथ ही समारोह में अनिल प्रकाश जोशी को डीएससी की मानद उपाधि से भी सम्मानित किया जाएगा. इसके अलावा समारोह में ऑनलाइन इसरो के चेयरमेन डॉ. कैलासवटिवु शिवन जुड़ेंगे. इस साल कोविड-19 के चलते समारोह ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि समारोह स्थल पर पदक विजेताओं को ही आमंत्रित किया जाएगा. अन्य छात्र व शिक्षक आदि ऑनलाइन माध्यम से समारोह में जुड़ेंगे.
16 फरवरी से 26 मार्च के बीच होंगी विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं
बैठक के दौरान निर्णय लिया गया है कि 16 फरवरी से 26 मार्च के बीच विषम सेमेस्टर (पहले, तीसरे, पांचवें, सातवें व नवे) की परीक्षाएं कराई जाएंगी. इन परीक्षाओं का स्वरूप विवि की पुराने परीक्षा स्वारूप की तरह ही होगा. इसमें स्टूडेंट्स तीन घंटे की लिखित परीक्षाएं ही देंगे. इसका परीक्षा कार्यक्रम दीक्षांत समारोह के बाद जारी कर दिया जाएगा.