लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने मुसाफिरखाने का जीर्णोद्धार कराकर उसे आधुनिक और अवस्थापना सुविधाओं से युक्त किया है. चारबाग स्थित मुसाफिरखाने के जीर्णोद्धार पर 117.78 लाख रुपए खर्च किए गए हैं. प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण एवं हज मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि मुस्लिम मुसाफिरखाना, लखनऊ के निर्माण कार्य में पूरी तरह पारदर्शिता बरती गई है. अब नागरिकों को यहां बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी. यह सुविधाएं बाजार से भी कम दरों पर, बाजार के अनुरूप सहूलियतें इस मुसाफिरखाने में मिलेंगी. उन्होंने बताया कि मुसाफिरखाने के बेहतर वित्तीय प्रबंधन के उद्देश्य से ई-प्रबंधन व्यवस्था लागू की गई है. अब नागरिक मुसाफिरखाने में ऑनलाइन, वेब पोर्टल या मोबाइल ऐप के माध्यम से बुकिंग करा सकते हैं.
मंत्री ने बताया कि अल्पसंख्यकों के हितों को ध्यान में रखते हुए चारबाग स्थित मुसाफिर खाने का भवन जो काफी समय से जीर्ण-क्षीर्ण अवस्था में था. इसमें ठहरने वाले नागरिकों को आवश्यक सुविधाएं भी सुगमता से उपलब्ध नहीं हो पाती थीं. इस भवन के मेंटेनेंस पर कभी भी कोई ध्यान नहीं दिया गया. इससे भवन काफी जर्जर अवस्था में पहुंच गया था.
190 लोगों के ठहरने की सुविधा
इस दो मंजिला भवन में 36 कमरे व चार डॉरमेट्री हाल हैं. इसमें कुल 190 लोग ठहर सकते हैं. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल में मुस्लिम मुसाफिरखाने के जीर्णोद्धार का निर्णय लिया और इस पर खर्च होने वाली धनराशि मंजूर की.
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने बताया कि अब चारबाग स्थित मुसाफिरखाना जीर्णोद्धार के बाद सुविधा संपन्न हो गया है. लोग यहां ठहरकर अपने कामकाज आराम से निबटा सकते हैं.
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