लखनऊ: इन दिनों पूरे देश में सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर बहस छिड़ी हुई है. विभिन्न राजनीतिक दल भी इसका विरोध कर रहे हैं. दिल्ली और लखनऊ में पिछले कई दिनों से नोग लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. इसी क्रम में बुधवार को भारत बंद की घोषणा की गई थी. प्रदेश के कई जिलों में बंद का असर देखने को मिला.
गोरखपुर में पुलिस रही मुस्तैद
गोरखपुर में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर भारत मुक्ति मोर्चा ने बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया था. विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी इस बंदी को समर्थन दिया था. इसे लेकर जिले के संवेदनशील क्षेत्रों में भारत मुक्ति मोर्चा द्वारा भारत बंद का पोस्टर भी चस्पा किया गया था. इस पोस्टर में बंद को सफल बनाने की अपील की गई थी.
इस आह्वान को देखते हुए पुलिस-प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा. जिले में जगह-जगह पर पुलिस के जवान तैनात रहे और संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार भ्रमण करते रहे. इसे लेकर पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारियों ने बताया कि जिन्होंने भी यह पोस्टर लगाए हैं, उनकी सीसीटीवी के जरिए पहचान कराई जा रही है. उनके ऊपर विधिक कार्रवाई की जाएगी. सीएम सिटी में बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला.
बुलंदशहर में बंद रहा साप्ताहिक बाजार
बुलंदशहर के खुर्जा स्थित तरीनान इलाके में बुधवार को अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने एनआरसी और सीएए कानून को लेकर धरना और प्रदर्शन किया. इस दौरान इलाके में मुस्लिम समाज के लोगों ने एनआरसी, एनपीआर और सीएए कानून के खिलाफ नारेबाजी भी की. धरना कर रहे लोगों ने यहां लगने वाले साप्ताहिक बाजार का भी बहिष्कार करते हुए बाजार बंद रखा.
बस्ती में एनआरसी और सीएए का विरोध
बस्ती में एनआरसी और सीएए के विरोध में बिना अनुमति के रैली निकालने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जुलूस निकालने वाले लोगों थाने लेकर आई. छावनी थाना क्षेत्र के रामजानकी तिराहे से सीएए का विरोध करने के लिए बहुजन क्रांति दल के कार्यकर्ताओं द्वारा रैली निकाली गई. यह रैली बाजार से होते हुए जब हाईवे पर आई तो सड़क पर गाड़ियों का जमावड़ा लग गया, जिससे कुछ ही देर में नेशनल हाईवे जाम हो गया. पुलिस को इसकी सूचना मिली तो उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी लोगों को थाना परिसर ले आए. यहां उन्होंने प्रदर्शन कर रहे लोगों को सीएए को लेकर जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इससे देश के किसी भी नागरिक की नागरिकता पर संकट खड़ा होने वाला नहीं है.