लखनऊ: अल्पसंख्यकों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के बयान कि अब मुस्लिम समाज भी तारीफ करता हुआ नजर आ रहा है. मुस्लिम समाज से जुड़े लोगों का कहना है कि मोदी सरकार से मुस्लिम समुदाय में भी नई उम्मीदें जगी हैं और पीएम नरेंद्र मोदी के अल्पसंख्यकों को लेकर पार्लियामेंट के सेंट्रल हॉल से दिए गए बयान का हम सभी स्वागत करते हैं.
पीएम मोदी की अल्पसंख्यक समाज को साधने की कोशिश
- देश में पूर्ण बहुमत से एक बार फिर से मोदी सरकार बनी है.
- जिसके बाद संसद के केंद्रीय कक्ष में सर्वसम्मति से भाजपा और एनडीए संसदीय दल के नेता चुने गए.
- जिसके बाद पीएम मोदी ने अपने 75 मिनट के भाषण में न केवल अल्पसंख्यकों का विश्वास जीतने पर जोर दिया है बल्कि सांसदों को नसीहत भी दी है.
- इस दौरान पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि यह देश सत्ता भाव को नहीं बल्कि सेवा भाव को स्वीकार करता है.
- अल्पसंख्यकों से अब तक छल हुआ है जिसे अब आगे नहीं होने दिया जाएगा.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वोट बैंक के लिए अल्पसंख्यकों को भ्रम और भय में रखा गया.
- जिस पर हम यह भ्रम दूर कर भरोसा जितना ज़रूरी समझते है.
- वहीं पीएम के इस बयान की मुसलमान समुदाय में भी तारीफ देखने को मिल रही है.
- मुसलमान मोदी के इस बयान पर अब खुशी का इजहार करते नजर आ रहे हैं.
जानिए क्या कहा मुस्लिमों ने
- राजधानी के रहने वाले मुश्ताक ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने अपने इस बयान से अक्लमंदी का सबूत दिया है, क्योंकि सियासी पार्टियों ने मुसलमानों को अब तक सिर्फ छला है.
- वहीं उन्होंने कहा कि अगर पीएम मोदी स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नक्शेकदम पर चलेंगे तो उनको 50 साल तक कोई हटा नहीं सकता.
- वहीं स्थानीय निवासी परवेज का कहना है कि वह उम्मीद करते हैं कि मोदी सरकार मुसलमानों का विकास करेगी और आर्थिक सामाजिक मुद्दों पर मुसलमानों का उत्थान होगा.