लखनऊ: देश के स्वच्छता सर्वेक्षण में लखनऊ नगर निगम को 12वां स्थान प्राप्त है, लेकिन इसके बावजूद आज भी शहर के कई इलाके के लोग गंदगी और जलभराव से परेशान हैं. इसके साथ ही नगर निगम प्रशासन आज भी घरों से निकलने वाले कचरे का समय से उठान करने और उसका निपटान करने में पूरी तरह से फेल है. इस मामले में लखनऊ नगर निगम के नए नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने बताया कि हमारे पास पर्याप्त उपकरणों और मैन पावर की कमी है. इस पर काम किया जा रहा है.
राजधानी लखनऊ में स्वच्छता की जमीनी हकीकत कुछ और ही है. शहर के तमाम इलाकों में गंदगी और जलभराव समस्या है. जगह-जगह गंदगी का अंबार होने से वहां के स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लखनऊ नगर निगम प्रशासन घरों से निकलने वाले कचरे का न ही समय से घरेलू कचरे का उठान कर पा रहा है और न ही इस कचरे का निपटान ही कर पा रहा है.
नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने बताया कि कचरे के निपटान के लिए समय-समय पर अभियान चलाया जा रहा है. डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन, सूखे और गीले कचरे को अगल-अलग रखने के लिए डस्टबिन की व्यवस्थाओं से लेकर समय से कचरे का उठान किया जा रहा है. Covid 19 महामारी के दौर में कचरे को हटाने के उचित इंतजाम किए गए हैं. कहा कि कुछ संसाधनों और मैन पावर की कमी है. इसे भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.