लखनऊ: देशभर में 21 दिन का लॉक डाउन होने के चलते लोगों को खासी परेशानी हो रही है. दूरदराज से लोग अपने घरों को जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं. कई-कई दिन तक बस स्टेशन पर बसों का इंतजार यात्रियों को करना पड़ रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी यात्रियों को उनके गंतव्य तक भेजने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम को निर्देश दिए हैं. इसके बाद अधिकारियों ने अब मौके पर पहुंचकर बसों की व्यवस्था शुरू की है.
राजधानी के कैसरबाग बस स्टेशन, चारबाग बस स्टेशन और आलमबाग बस स्टेशन पर हजारों की संख्या में यात्री बसों से रवाना किए जा रहे हैं. सोशल डिस्टेंस बस स्टेशन पर मेंटेन कराई जा रही है. साथ ही सैनिटाइजर से यात्रियों के हाथ सैनिटाइज किए जा रहे हैं. सुबह से अब तक कैसरबाग बस स्टेशन से ही 30 बसें रवाना की जा चुकी हैं. वहीं यह हाल चारबाग और आलमबागबस स्टेशन का भी है. यहां से भी काफी संख्या में बसें भेजी जा रही हैं.
रोडवेज के अधिकारियों का यहां तक कहना है कि कल से लेकर शनिवार रात तक 3000 बसें संचालित कर यात्रियों को उनके घर तक भेजने का प्लान है. हालांकि बस स्टेशन पर बड़ी संख्या में यात्रियों की भीड़ जमा होने से कोरोनावायरस के फैलने का खतरा और भी बढ़ गया है. इसीलिए प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह अपनी अवस्थी ने बड़े बस स्टेशनों पर 2 डॉक्टरों की टीम और छोटे बस स्टेशनों पर एक डॉक्टर की टीम लगाने के निर्देश दिए हैं. इससे यह टीम यात्रियों की चिकित्सकीय जांच कर सके. वहीं उनकी थर्मल स्कैनिंग की जा सके, ताकि अगर उनमें कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें आइसोलेशन में भेजा जा सके.
यात्री जो काफी दूर से पैदल चलकर आए हैं या यहां पर फंसे हुए हैं उन सभी यात्रियों को उनके डेस्टिनेशन तक पहुंचाने के लिए हमने बसों की व्यवस्था की है. सभी बसों को अच्छी तरीके से सैनिटाइज किया जा रहा है. सारे पैसेंजर्स के बीच में एक प्रॉपर डिस्टेंस मेंटेन कराई जा रही है. सबके हाथों को सैनिटाइज किया जा रहा है. इसके बाद ही सभी को बसों में बिठाया जा रहा है. अब तक कैसरबाग से ही 30 बसें भेजी जा चुकी हैं और इसके बाद भी अभी लगातार पैसेंजर आ रहे हैं उनको भी आगे गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है. कैसरबाग बस स्टेशन से बहराइच, गोंडा, लखीमपुर, गोरखपुर, डुमरियागंज के यात्री जा रहे हैं.
-श्वेता सिंह, एआरएम, कैसरबाग बस स्टेशन