लखनऊ: पर्वतीय संस्कृति और परम्पराओं से सजा उत्तरायणी कौथिग राजधानीवासियों को बहुत भा रहा है. आम दिनों में सुनसान
रहने वाला पं. गोविंद वल्लभ पंत उपवन आजकल गुलज़ार है. कौथिग के आयोजन से राजधानी के लोग पर्वतीय संस्कृति से परिचित हो रहे हैं. कौथिग का आयोजन पर्वतीय महापरिषद कर रही है. कौथिग के आठवें दिन भी दर्शकों को पर्वतीय संस्कृति की झलक दिखी.
ये कार्यक्रम पेश किए गए
उत्तराखण्ड से आए मेहमान कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं. मल्लिका लोक सांस्कृतिक कला विकास समिति, हल्द्वानी के दल ने भी प्रस्तुतियां दीं. कलाकारों ने झोड़ा, चांचरी छपेली नृत्य पेश किए. दल नायक रितेश जोशी, गायक कलाकार राकेश खनवाल, नृत्य कलाकार- ललीता, पूजा आर्या, अंजली, ममता, मनोज कुमार, संगीता आर्या, लोकेश लोहानी और ललित प्रसाद ने भी प्रस्तुति दी.
चिकित्सा शिविर में दिया गया परामर्श
कौथिग में किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के पल्मोरी मेडसिन के विभागाध्यक्ष प्रो. सूर्यकांत त्रिपाठी विशिष्ट अतिथि थे. कौथिग स्थल पर प्रतिदिन नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगाया जा रहा है. शिविर में डाॅ. संन्तोष कुमार श्रीवास्तव, डाॅ. वत्सल, डाॅ. यूके दीक्षित, डाॅ. एचएस श्रीवास्तव ने सेवाएं दीं.