लखनऊ: प्रदेश में ब्लैक फंगस के मरीजों का मिलना जारी है. सोमवार को ब्लैक फंगस के 20 नए मरीज पाए गए हैं. जिनमें से एक मरीज की मौत हो गई है. वहीं ओपीडी में कोरोना टेस्ट की बाध्यता मरीजों को परेशान कर रही है. सोमवार को लोहिया संस्थान में कोरोना की जांच कराने कि लिए रोड तक लाइन लग गई.
ब्लैक फंगस के 10 मरीजों को केजीएमयू रेफर किया गया है. 4 मरीजों की ऑपरेशन करके जान बचाई गई है. प्रदेश में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या अब 1000 के पार हो गई है.
लोहिया संस्थान में कोरोना जांच को लेकर बदइंतजामी हावी है. मरीज को ओपीडी में दिखाने के लिए पहले कोरोना जांच कराना अनिवार्य है. जांच काउंटर कम होने पर मरीजों को सड़क तक लाइन लगानी पड़ रही है. सोमवार को कोरोना की जांच और पंजीकरण के लिए सड़क तक मरीजों की लाइन लग गई. इसे देखने वाला कोई नहीं था. देखते ही देखते जाम की स्थिति हो गई और इससे सड़क हादसे का खतरा भी बढ़ गया. इसके बावजूद अफसरों ने व्यवस्था सुधारने की दशा में कोई प्रयास नहीं किया.
बता दें कि केजीएमयू के ट्रामा सेंटर की होल्डिंग एरिया में लगी फॉल सीलिंग बारिश में चोक हो गयी. जिससे सोमवार को पानी अस्पताल के अंदर पानी भर गया. डॉक्टर और स्टाफ बाहर निकल गए, ऐसे में आधे घण्टे तक इलाज बाधित रहा.