बस्ती: कोरोना काल में देश के नेता राजनीति करने से कतई नहीं चूक नहीं रहे हैं. कांग्रेस, सपा के बाद अब पीस पार्टी ने भी भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है. पीस पार्टी के अध्यक्ष डॉ. अय्यूब ने भाजपा पर धर्म और जाति के नाम पर लोगों को बांटने का आरोप लगाते हुए 20 लाख करोड़ के पैकेज को 15 लाख की तरह ही जुमला बताया.
उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर होने के कारण मैं ये कह सकता हूं कि कोरोना मरीज में 29 प्रतिशत ही लक्षण दिखते हैं. बाकी 71 प्रतिशत नहीं दिखते हैं. ऐसे में जब जमातियों को पता ही नहीं चल रहा कि उन्हें कोरोना है या नहीं तो फिर ये कैसे कहा जा सकता है कि उन्होंने जानबूझकर इस बीमारी को छुपाया और बढ़ाया. डॉ. अय्यूब ने कहा कि सरकार ने मुसलमानों के प्रति नफरत फैलाने का काम किया है, इसलिए हमने इलाहाबाद हाईकोर्ट में वाद दायर कर ज्यूडिशियल जांच की मांग की है.
वहीं श्रमिकों पर चल रही राजनीति पर डॉ. अय्यूब ने कहा कि दरअसल सरकार के पास कोई प्लान ही नहीं है कि कैसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाया जाए. न ही सरकार ने पहले से इसकी कोई तैयारी की. उन्होंने कहा कि सरकार की अक्षमता की वजह से ही आज लोग सड़कों पर धक्के खा रहे हैं और ये लोग सिर्फ राजनीति कर रहे हैं.
साथ ही केंद्र सरकार के 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज पर व्यंग करते हुए डॉ. अय्यूब ने कहा कि ये राहत पैकेज भी उसी तरह है. जिस तरह सरकार ने 15 लाख रुपये हर व्यक्ति को देकर धनवान कर दिया, उसी तरह इस 20 लाख करोड़ से भी लोगों की परेशानियां खत्म हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि आज सरकार के पास पैसे नही हैं. बैंकों पर कर्ज देने का दबाव बनाया जा रहा है. जब पैसा निकलेगा ही नहीं तो जनता तक कैसे पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ 15 लाख की तरह जुमला है और सिवाय इसके कुछ भी नहीं.