लखनऊ : अस्पताल में इन दिनों वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है. बलरामपुर अस्पताल में बुधवार को काफी भीड़ रही. पिछले तीन दिन से जो मरीज अस्पताल में नहीं दिखा पा रहे थे, वह बुधवार को पहुंचे. इस दौरान अस्पताल में काफी भीड़ देखने को मिली. ज्यादातर मरीज वायरल बुखार व आई फ्लू के रहे. आई फ्लू इंक्शन तेजी से लोगों में फैल रहा है. बच्चे भी इंफेक्शन की चपेट में आ रहे हैं. वैसे तो यह इन्फेक्शन चार दिन तक रहता है. इसके बाद धीरे-धीरे कम हो जाता है, लेकिन लगातार मरीजों की संख्या बढ़ने से अस्पतालों में काफी भीड़ हो रही है. सिर्फ बलरामपुर अस्पताल ही नहीं बल्कि सभी जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में बुधवार को काफी भीड़ देखने को मिली.
'भीड़ को कंट्रोल करने के लिए हैं व्यवस्थाएं' : बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. अतुल मल्होत्रा ने बताया कि 'छुट्टी के बाद बुधवार को काफी ज्यादा भीड़ अस्पताल में है. मरीजों को ऑनलाइन पंजीकरण के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है. इसके लिए नीचे हेल्पडेस्क बनाई गई है. इसके अलावा दो नए काउंटर बनाए गए हैं, ताकि भीड़ को कंट्रोल किया जा सके और जल्द से जल्द मरीज का पर्चा बने. वह ओपीडी में दिखाएं और अपनी जांच कराकर दवा ले सकें. उन्होंने बताया कि दूसरा शनिवार होने के कारण 12:00 बजे तक ही ओपीडी चली थी. रविवार को इमरजेंसी चलती है. इसके अलावा बहुत से मरीज सोमवार को किसी कारणवश शायद नहीं आ पाए, जिसके कारण वह बुधवार को आए हैं. यही कारण है कि अस्पताल में आज काफी ज्यादा भीड़ है. आम दिनों की तुलना में आज सभी ओपीडी में भीड़ बहुत है, जिसमें नेत्र रोग विभाग ओपीडी, जनरल फिजिशियन, त्वचा रोग ओपीडी में काफी ज्यादा भीड़ हो रही है. फिलहाल भीड़ को कंट्रोल करने के लिए ग्राउंड फ्लोर पर हेल्पडेस्क बनाई गई है. साथ ही कर्मचारियों को भी लगाया गया है, ताकि किसी को कोई समस्या न हो. इसके अलावा खुद राउंड पर बीच-बीच में जा रहे हैं.
महिला मरीज रोशन ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि 'आज बहुत ज्यादा भीड़ अस्पताल में है, बाकी दिनों की तुलना में काफी मरीज अस्पताल में दिखाने के लिए पहुंचे हैं. पर्चा काउंटर पर काफी ज्यादा भीड़ है. अभी आए हुए 15 मिनट हुआ है, लेकिन लाइन इतनी लंबी है कि घर वापस लौटने में दो से ढाई बज जाएगा. इस दौरान रोशन ने बताया कि पर्चा काउंटर हो या पैथोलॉजी हो हर जगह भीड़ रहती है.'
महिला मरीज नीतू शर्मा ने बताया कि 'पिछले दो-तीन दिन से तबीयत ठीक नहीं लग रही थी, लेकिन अस्पताल की ओपीडी भी बंद चल रही थी. इस वजह से दिखाने के लिए नहीं आ पाए थे और सोमवार को किसी कारण से अस्पताल नहीं आ पाए. मंगलवार को 15 अगस्त ही था, जिस कारण आज यानी कि बुधवार ही आ पाए हैं और मेरे ही जैसे बहुत से लोग आज इलाज कराने के लिए आए हैं, जिस वजह से अस्पताल में काफी ज्यादा भीड़ है, लेकिन लाइन में लगकर पर्चा बनवा रहे हैं. इलाज अच्छा होता है, इसलिए लोग यहां पर इलाज कराने के लिए आते हैं. जिस दिन भीड़ नहीं होती है, उस दिन जल्द-जल्द सभी जगह से होते हुए इलाज मिल जाता है, लेकिन जिस दिन भीड़ होती है उसे घंटों इंतजार करना पड़ता है.'
मोहम्मद अरशद ने कहा कि 'आज अस्पताल में काफी भीड़ है. मैं डायबिटीज का मरीज हूं. दिखाने के लिए आया हूं. अस्पताल में भीड़ होने के कारण लोग इधर-उधर परेशान भी हैं, लेकिन संतुष्टि इस बात की होती है कि विशेषज्ञ की अच्छी सलाह मिल जाती है. दवाई मिल जाती है, इसलिए हल्की-फुल्की समस्याओं को नजर अंदाज कर दिया जाता है, वहीं एक ओर मरीज मनीष कुमार ने कहा कि अस्पताल में भीड़ तो है, लेकिन इलाज यहां पर अच्छा होता है. मनीष ने बताया कि उन्हें पैरों में नस की समस्या है, जिसे वे दिखाने के लिए यहां पर आए हैं. बीते दिन जरूर ओपीडी नहीं चली, लेकिन इमरजेंसी सेवाएं हमेशा अस्पताल में रहती हैं. बहुत से लोग इमरजेंसी के दौरान दिखाने के लिए आए हैं, लेकिन जिसको इतनी इमरजेंसी नहीं थी. वह ओपीडी चलने का इंतजार कर रहा था. आज भीड़ है, लेकिन इलाज अच्छा होता है. यहां पर विशेषज्ञ अच्छे हैं और दवाएं भी मिल जाती हैं.