लखनऊ: बलरामपुर अस्पताल (balrampur hospital) में बुजुर्ग मरीज की आंख के ऑपरेशन के बाद रोशनी चली गई. मरीज का आरोप है कि उससे ऑपरेशन और लेंस डालने के नाम पर तीन हजार रुपये भी वसूले गए थे. पीड़ित मरीज जब बलरामपुर अस्पताल आरोपी डाॅक्टर और अफसरों के पास शिकायत लेकर पहुंचे तो उन्हें टरकाया जाता रहा. सुनवाई न होते देख परेशान पीड़ित मरीज ने मुख्यमंत्री से लेकर तमाम अफसरों से पूरे मामले की लिखित शिकायत की है.
राजधानी के सरोजनी नगर निवासी रामजीत यादव ने बताया कि बीते 18 अप्रैल को बलरामपुर अस्पताल (balrampur hospital) के नेत्र रोग विभाग में डॉक्टर से उन्होंने मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराया. ऑपरेशन के दिन ओटी के बाहर डाॅक्टर के एक कर्मचारी ने आकर 6 हजार रुपये की मांग की. लेंस और ऑपरेशन के नाम पर मांगें गए पैसे देने पर उन्होंने असर्मथता जताई. इसके बाद सरकारी लेंस खराब होने की बात कहते हुए दबाव बनाकर उनसे तीन हजार रुपये पत्नी के जरिए वसूल लिए गए. ऑपरेशन के बाद आंख की रोशनी नहीं आई. तब वह कुछ समय बाद उन्हीं पुनर्नियुक्ति वाले डाॅक्टर के पास पहुंच समस्या बताई. तब डाॅक्टर ने उन्हें समझाकर कुछ दिन दवा खाने को बताया.
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आश्वस्त किया कि रोशनी आ जाएगी. फिर भी रोशनी न आने पर बुजुर्ग दोबारा गया तो उनके साथ गलत तरीके से डाॅक्टर पेश आए. उनसे अभद्रता करते हुए भगा दिया. फिर वह अस्पपताल के कई अफसरों के पास शिकायत लेकर गए, लेकिन सुनवाई होने के बजाए वह धक्के खाते रहे. आखिरकार दो दिन पहले पीड़ित बुजुर्ग रमाजीत ने मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम, स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल के अफसरों को लिखित पत्राचार कर शिकायत की है. इस मामले में बलरामपुर अस्पताल (balrampur hospital) के अफसरों का कहना है कि उनके पास अभी कोई शिकायत नहीं आई है. शिकायत मिलने पर जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.