लखनऊ: महीनों बाद सोमवार को लखनऊ-कानपुर के बीच शुरू हुई. सोमवार को पैसेंजर ट्रेन सेवा शुरू होने के पहले ही दिन रेलवे प्रशासन ने यात्रियों वसूलना शुरू कर दिया. जिसका यात्रियों ने विरोध किया. यात्रियों का कहना था कि पैसेंजर ट्रेन का किराया जब 20 रुपए है तो 45 रुपए क्यों वसूल किया जा रहा है. इस सवाल के जवाब में रेल कर्मियों ने बताया कि इस ट्रेन को एक्सप्रेस बनाकर चलाया जा रहा है. जिसके बाद यात्रियों ने फिर सवाल किया कि हर स्टेशन पर ट्रेन रुकेगी और समय भी उतना लगेगा, ऐसे में दोगुना किराया वसूलकर रेलवे यात्रियों को ठग रहा है.
पहले दिन 144 यात्रियों ने खरीदा टिकट
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि कानपुर के लिए सोमवार सुबह 7:05 बजे पहली ट्रेन रवाना हुई. इस ट्रेन से पहले दिन 144 यात्री कानपुर के लिए विभिन्न स्टेशनों से रवाना हुए. इस बीच कानपुर के लिए मानकनगर से सबसे ज्यादा 25 यात्री रवाना हुए. अमौसी, मगरवारा व कानपुर ब्रिज स्टेशनों से एक भी टिकट की बिक्री नहीं हुई. ये ट्रेन कानपुर अपने तय समय 9:00 बजे पहुंची. कानपुर से वापसी में शाम 6:50 बजे चलकर लखनऊ रात 9:40 बजे पहुंची है.
दो स्थानों के लिए शुरू हुई ट्रेन
रेलवे प्रशासन ने कोरोना के दौर से लखनऊ से कानपुर व फैजाबाद के लिए सोमवार से मेल/एक्सप्रेस के रूप में बंद पड़ी पैसेंजर ट्रेनों का शुभारंभ किया. इससे अब यात्रियों को काफी राहत मिलेगी. हालांकि यात्रियों की परेशानी यही है कि जब समय पहले ही की तरह उतना ही लगना है तो किराया दोगुना वसूल नहीं किया जाना चाहिए. ये यात्रियों के साथ ठीक बर्ताव नहीं.