लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर भारतीय जनता पार्टी इन दिनों पसमांदा समाज को भाजपा से जोड़ने में लगी है. भाजपा नेता मोहसिन रज़ा द्वारा खुले मंच पर पसमांदा समाज से तालुक रखने वाले मुस्लिम मंत्री दानिश अंसारी को धक्का देकर उनकी कुर्सी पर बैठ जाने के मामले पर घिरती हुई नजर आने लगी है. एक तरफ पसमांदा समाज को हक दिलाने के लिए जगह-जगह दानिश आज़ाद के चेहरे पर सम्मेलन हो रहे हैं, वहीं शिया नेता मोहसिन के इस मामले के बाद पसमांदा वर्ग में आक्रोश है.
दानिश अंसारी को खुले मंच पर धक्का देने की वीडियो वायरल होने के बाद हज समिति के चेयरमैन मोहसिन रजा ने विपक्ष को उनकी ही पार्टी को घेरने का मौका दे दिया है. पसमांदा समाज शिया नेता की इस हरकत से बेहद नाराज़ है और भाजपा से उन पर कार्यवाही की मांग कर रहा है. पसमंदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीस मंसूरी ने कहा कि 'हमेशा से अशराफ मुसलमानों (उच्च जाति) ने पसमंदा मुसलमानों का शोषण किया और उनको कुर्सी पर बैठने नहीं दिया.' उन्होंने कहा कि 'एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पसमांदा समाज की बात कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनके पसमंदा नेता को धक्का दिया जा रहा है.' उन्होंने कहा कि 'भाजपा को इस घटना पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद भी अब तक मोहसिन रजा पर कार्रवाई नहीं होना यह साबित करता है कि भाजपा भी अपर कास्ट की पक्षधर है और पसमांदा समाज की बात करना महज़ एक जुमलेबाज़ी है. पिछड़े समाज से तालुक रखने वाले इल्यास मंसूरी ने कहा कि 'मोहसिन रजा का यह कृत्य भारतीय जनता पार्टी और पसमांदा समाज के लिए बेहद निंदनीय है.' बीजेपी के पसमांदा सम्मेलन पर तंज कसते हुए इलियास मंसूरी ने कहा कि 'मंत्री दानिश अंसारी को सिर्फ मोहरा बनाकर सम्मेलन किए जा रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ उन्हीं के साथ इस तरह की घटना साफ दर्शाती है कि भाजपा में भी अशराफ हावी है.' उन्होंने कहा कि 'अगर उनके कहने के अनुसार सही में दानिश अंसारी पसमांदा समाज का नेतृत्व करते हैं तो सरकार को तत्काल मोहसिन रजा पर कार्रवाई करते हुए उनको हज समिति के चेयरमैन पद से हटा देना चाहिए.' अल्पसंख्यक मंच के नेता जाफर नकवी ने भी इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मोहसिन रजा के खिलाफ बयान दिया है. नकवी ने कहा कि 'उत्तर प्रदेश सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री के साथ मोहसिन रज़ा का यह बर्ताव दर्शाता है कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है या फिर भाजपा में ही पसमंदा और अशराफ की जंग चालू हो गई है. उन्होंने कहा कि 'आज पूरे हिंदुस्तान में यह वीडियो वायरल हो चुका है और इसको देखने के बाद क्या पसमांदा समाज इस कृत्य को बर्दाश्त कर लेगा. अगर संगठन मोहसिन रजा पर कार्रवाई नहीं करता है तो इससे भाजपा के खिलाफ गलत संदेश जाएगा और पीएम मोदी या सीएम योगी की नीति से प्रभावित होकर भाजपा से जुड़ने वाला पसमांदा समाज का व्यक्ति फिर से दूर हो जाएगा.'
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UP Politics : धक्का देकर मोहसिन रजा ने दिया नए विवाद को जन्म, जानिए पसमांदा समाज ने क्या कहा - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
राजधानी में गुरुवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर हज कमेटी (UP Politics) के चेयरमैन मोहसिन रजा ने बचकानी हरकत की, जिसके बाद उनकी इस हरकत का वीडियो खूब वायरल हुआ.
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लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर भारतीय जनता पार्टी इन दिनों पसमांदा समाज को भाजपा से जोड़ने में लगी है. भाजपा नेता मोहसिन रज़ा द्वारा खुले मंच पर पसमांदा समाज से तालुक रखने वाले मुस्लिम मंत्री दानिश अंसारी को धक्का देकर उनकी कुर्सी पर बैठ जाने के मामले पर घिरती हुई नजर आने लगी है. एक तरफ पसमांदा समाज को हक दिलाने के लिए जगह-जगह दानिश आज़ाद के चेहरे पर सम्मेलन हो रहे हैं, वहीं शिया नेता मोहसिन के इस मामले के बाद पसमांदा वर्ग में आक्रोश है.
दानिश अंसारी को खुले मंच पर धक्का देने की वीडियो वायरल होने के बाद हज समिति के चेयरमैन मोहसिन रजा ने विपक्ष को उनकी ही पार्टी को घेरने का मौका दे दिया है. पसमांदा समाज शिया नेता की इस हरकत से बेहद नाराज़ है और भाजपा से उन पर कार्यवाही की मांग कर रहा है. पसमंदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीस मंसूरी ने कहा कि 'हमेशा से अशराफ मुसलमानों (उच्च जाति) ने पसमंदा मुसलमानों का शोषण किया और उनको कुर्सी पर बैठने नहीं दिया.' उन्होंने कहा कि 'एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पसमांदा समाज की बात कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनके पसमंदा नेता को धक्का दिया जा रहा है.' उन्होंने कहा कि 'भाजपा को इस घटना पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद भी अब तक मोहसिन रजा पर कार्रवाई नहीं होना यह साबित करता है कि भाजपा भी अपर कास्ट की पक्षधर है और पसमांदा समाज की बात करना महज़ एक जुमलेबाज़ी है. पिछड़े समाज से तालुक रखने वाले इल्यास मंसूरी ने कहा कि 'मोहसिन रजा का यह कृत्य भारतीय जनता पार्टी और पसमांदा समाज के लिए बेहद निंदनीय है.' बीजेपी के पसमांदा सम्मेलन पर तंज कसते हुए इलियास मंसूरी ने कहा कि 'मंत्री दानिश अंसारी को सिर्फ मोहरा बनाकर सम्मेलन किए जा रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ उन्हीं के साथ इस तरह की घटना साफ दर्शाती है कि भाजपा में भी अशराफ हावी है.' उन्होंने कहा कि 'अगर उनके कहने के अनुसार सही में दानिश अंसारी पसमांदा समाज का नेतृत्व करते हैं तो सरकार को तत्काल मोहसिन रजा पर कार्रवाई करते हुए उनको हज समिति के चेयरमैन पद से हटा देना चाहिए.' अल्पसंख्यक मंच के नेता जाफर नकवी ने भी इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मोहसिन रजा के खिलाफ बयान दिया है. नकवी ने कहा कि 'उत्तर प्रदेश सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री के साथ मोहसिन रज़ा का यह बर्ताव दर्शाता है कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है या फिर भाजपा में ही पसमंदा और अशराफ की जंग चालू हो गई है. उन्होंने कहा कि 'आज पूरे हिंदुस्तान में यह वीडियो वायरल हो चुका है और इसको देखने के बाद क्या पसमांदा समाज इस कृत्य को बर्दाश्त कर लेगा. अगर संगठन मोहसिन रजा पर कार्रवाई नहीं करता है तो इससे भाजपा के खिलाफ गलत संदेश जाएगा और पीएम मोदी या सीएम योगी की नीति से प्रभावित होकर भाजपा से जुड़ने वाला पसमांदा समाज का व्यक्ति फिर से दूर हो जाएगा.'
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