लखनऊ: महापौर संयुक्ता भाटिया की अध्यक्षता में आज 15वें वित्त आयोग की बैठक हुई. इस महत्वपूर्ण बैठक में राजधानी को वायु प्रदूषण से मुक्ति दिलाने और वायु प्रदूषण पर नियंत्रण करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. जिससे आने वाले दिनों में राजधानी की जनता को ऑक्सीजन की समस्या का सामना न करना पड़े. इस बैठक में राजधानी के सभी पार्कों को विकसित करने के लिए 25 करोड़ बजट का भी प्रावधान किया गया.
महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि आज की परिस्थितियों को देखते हुए ऑक्सीजन की आवश्यकता है जिसकी पूर्ति के लिए बड़े स्तर पर ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे है. इसलिए हमें भी उस दृष्टि में विचार करने की आवश्यकता है. इस बजट में से एक ऐसा पार्क जो 24 घंटे प्राकृतिक ऑक्सीजन प्रदान करने वाला हो. उसकी रचना बनाकर लखनऊ वासियों को समर्पित किया जाए.
900 पार्कों को किया जाएगा विकसित
महापौर संयुक्ता भाटिया ने बताया कि साथ ही शहर भर के अविकसित और अर्धविकसित समस्त 900 से ज्यादा पार्कों को सुदृणीकरण कर उनको हराभरा बनाने और उसमें कम्पोस्ट पिट लगा कर उसमें सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले पेड़ पौधे लगाकर आदर्श पार्क बनाने के लिए 25 करोड़ रुपये का बजट महापौर ने जारी कर दिया. साथ ही लखनऊ में एक ऐसा अदभुत पार्क भी बनाया जाएगा. जिसमें सिर्फ सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले पौधे लगाए जाएंगे जोकि एक प्राकृतिक ऑक्सीजन फैक्ट्री के रूप में कार्य करेगा और वहां भ्रमण करने वाली जनता को शुद्ध ऑक्सीजनयुक्त स्वास्थवर्धक वातावरण प्राप्त हो सकेगा.
औद्योगिक क्षेत्रों और वाहनों के प्रदूषण से निपटने के लिए बनेगा ग्रीन बफर
शहर को प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए औद्योगिक क्षेत्रों, प्रमुख बाजारों और सड़क पर चल रहे वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण पर प्रभावी रोकथाम किये जाने के लिए सड़कों के किनारे और डिवाडर पर ग्रीन बफर बनाया जाएगा. इसके लिए 15 करोड़ रुपये की मंजूरी महापौर संयुक्ता भाटिया ने प्रदान की.
मेकैनिकल स्वीपिंग के लिए वैक्यूम लीटर व्हीकल को मंजूरी
शहर की छोटी सड़कों, गलियों और ऐसे स्थलों जहां आवागमन बहुत होता है वहां मेकैनिकल स्वीपिंग कराये जाने हेतु वैक्यूम लीटर व्हीकल से सफाई कराने के लिए महापौर मंजूरी प्रदान की. इस इलेक्ट्रॉनिक मशीन को चार्ज करने के लिए प्रत्येक जोन में चार्जिंग स्टेशन भी बनाये जाएंगे, जोकि लखनऊ को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए एक प्रभावी कदम होगा.
लखनऊ में बनेगा एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन
लखनऊ में एयर क्वालिटी इंडेक्स को सुधारने के लिए एयर क्वालिटी स्टेशन का निर्माण किया जाएगा. इसके लिये महापौर संयुक्ता भाटिया ने 20 करोड़ रुपये आवंटित किये. इस स्टेशन के द्वारा लखनऊ में वायु गुणवत्ता सुधार एवं नियंत्रण हेतु मॉनिटरिंग किया जाएगा.
प्रदूषण को रोकने के लिए शहर में होगी अत्याधुनिक स्मोक गन
शहर की हवा में बढ़ रहे धूल सहित अन्य छूटे कणों से निपटने के लिए महापौर संयुक्ता भाटिया ने अत्याधुनिक 10 एन्टी स्मोक गन को खरीदने के लिए मंजूरी प्रदान कर दी है. जिससे शहर की सड़कों पर हवा में छिड़काव कर प्रदूषण के स्तर को खत्म किया जाएगा.
निर्माण स्थलों पर प्रदूषण रोकने के लिए खरीदा जाएगा मूविंग व्यू कटर
निर्माण स्थलों पर प्रदूषण को रोके जाने एवं आवागमन को व्यवस्थित बनाये के लिये महापौर संयुक्ता भाटिया ने 50 मूविंग व्यू कटर को खरीदने के लिए भी मंजूरी प्रदान कर दी.
सी एंड डी प्लांट से मलवे से रिसाइकिल हो बनेंगी टाइलें
शहर में हो रहे निर्माण कार्यों से होने वाले प्रदूषण से निपटने के लिए महापौर संयुक्ता भाटिया ने 100 टीडीपी का एक सीएंड डी प्लांट लगाए जाने की मंजूरी प्रदान कर दी. साथ ही हर जोन में इसका प्रभावी कलेक्शन हो. इसके लिए जोन स्तर पर मलवा डिपो बनाने के लिए भी निर्देशित किया है. शहर से कलेक्ट हो कर यह मलवा सीधे अपने जोन स्तर के मालवा डिपो पर जाएगा. उसके पश्चात यह सीएनडी प्लांट पर जाकर इसे रिसाइकिल कर टाइलों का निर्माण किया जाएगा.
शमशान घाटों पर लगेगा हरित शवदाहगृह
शहर के श्मशान घाटों में लकड़ी की खपत घटाने और प्रदूषण से बचने के उद्देश्य से श्मशान घाटों में हरित शवदाह गृह और इलेक्ट्रिक शवदाह लगाने के लिए 5 करोड़ रुपये की मंजूरी महापौर संयुक्ता भाटिया द्वारा प्रदान की गई. वर्तमान समय भैसाकुण्ड मे 2 इलेक्ट्रिक मशीन और 2 हरित शवदाहगृह और गुलाला घाट में 2 हरित शवदाह गृह संचालित है. इनकी संख्या बढ़ाते हुए आलमबाग, पिपराघाट, जानकीपुरम, वृन्दावन योजना स्थित श्मशान घाटों में नए हरित शवदाहगृह लगाए जाएंगे. साथ शवदाहगृहों के बाद छोड़ी गई सामग्रियों से संक्रमण न फैले इसके निस्तारण हेतु इंसिनेटर भी लगाया जाएगा.
ट्रैफिक व्यवस्था सुधार हेतु 5 टोइंग मशीन
ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार हेतु नगर निगम द्वारा 5 टोइंग मशीन को खरीदने के लिए महापौर संयुक्ता भाटिया ने मंजूरी प्रदान कर दी है. अब शहर की सड़कों पर जल्दी ही यह टोइंग मशीन ट्रैफिक व्यवस्था सुधार हेतु दौड़ेंगी.
15वें वित्त आयोग की महत्वपूर्ण बैठक में राजधानी को और अधिक विकसित करने के साथ-साथ सुविधाओं को बढ़ाने के निर्णय लिए गए हैं और जिन्हें जल्द ही पूरा किया जाएगा. जिससे राजधानी लखनऊ की जनता को समस्याओं का सामना न करना पड़े.
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