लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पीएसी यानी प्रांतीय सशस्त्र बल को और मजबूत किए जाने का निर्णय लिया गया है. कानून व्यवस्था में पीएसी की बढ़ती हुई भूमिका को देखते हुए अब इसके विस्तार के लिए 24 और कंपनियां तैयार हो गई है. वहीं प्रदेश की सरकार ने पीएसी को 166 नए वाहन मुहैया कराने के लिए 25.38 करोड़ रुपये का बजट भी स्वीकृत किया गया है. वहीं शासन के इन प्रस्तावों से निश्चित रूप से पीएसी को और सशक्त और मजबूत बनाने में मदद मिलेगी. इसी साल डीजीपी मुख्यालय से अक्टूबर 2020 में पीएसी के बेकार हो चुके 166 वाहनों की जगह नए वाहनों का प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे अब मंजूरी मिल चुकी है.
पीएसी का होगा और विस्तार, मिलेंगे नए वाहन
यूपी में कानून व्यवस्था में पीएसी की बढ़ती हुई भूमिका को देखते हुए अब इसके विस्तार और मजबूत बनाने के लिए शासन ने डीजीपी मुख्यालय से भेजे गए नए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. अब पीएसी के बेकार हो चुके 166 वाहनों की जगह नए वाहन दिए जाएंगे. वहीं पीएसी की 24 नई कंपनियां भी और बढ़ गई है. पहले पीएसी की कई कंपनियां टूट गई थी. वही पीएसी के जवानों को एटीएस कमांडो के तौर पर शामिल करने के साथ मेट्रो और जगह ड्यूटीओं पर लगाया जाएगा.
पीएसी को लेकर क्या है योजना
एडीजी पीएसी वीके सिंह ने बताया कि पीएसी की 24 कंपनियां पुनर्गठित की गई है. अब तक 46 कंपनियों को फिर से क्रियाशील किया जा चुका है. नई भर्ती के 16,150 रिक्रूट आरक्षियों को अलग-अलग वाहिनियों में तैनाती दी गई है. वर्तमान में पीएसी की 33 बटालियन व 273 कंपनियां है. वहीं सुबे में शांति व्यवस्था और कानून व्यवस्था के मोर्चे पर पुलिस को और मजबूत बनाने के लिए पीएसी का लगातार विस्तार किया जा रहा है. जल्द पीएसी में 3 महिला वाहिनी भी गठित किए जाने की तैयारी है.