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ट्रांसफर हुए अधिकारी की फर्जी साइन कर 21 लोगों की हो रही थी नियुक्ति, FIR दर्ज

ट्रांसफर हुए अधिकारी की फर्जी साइन कर नगर विकास विभाग में 21 लोगों की नियुक्ति (Fake appointment of 21 people) की जा रही थी. इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब अधिकारी को यह पत्र व्हाट्सएप पर मिला.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 15, 2024, 5:41 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नगर विकास विभाग में फर्जी तरीकों से 21 लोगों की नियुक्ति का आदेश जारी किया गया. इस नियुक्ति आदेश में पूर्व विभाग में तैनात रहे विशेष सचिव उदयभानु त्रिपाठी के हस्ताक्षर भी बनाए गए हैं. इसका खुलासा तब हुआ जब यह पत्र विशेष सचिव के तबादले के बाद जारी किया गया. इस मामले में हजरतगंज थाने में FIR दर्ज कराई गई है. पुलिस के मुताबिक, मामले की जांच की जा रही है.

हजरतगंज थाने में दर्ज FIR के मुताबिक, उदयभानु त्रिपाठी पूर्व के आवास एवं शहरी नियोजन विभाग में विशेष सचिव के पद पर तैनात थे. 11 जुलाई को उनका ट्रांसफर आबकारी विभाग में हो गया था. जिसके पांच दिन बाद 16 दिसंबर 2023 को नगर विकास विभाग के अनु सचिव मोहम्मद वासिफ ने उदय भानु को कॉल कर सूचित किया कि उनके फर्जी साइन से 21 लोगों की नियुक्ति आदेश का पत्र जारी किया गया है, जो उन्हे व्हाट्सएप पर मिला है. अनु सचिव ने विशेष सचिव उदयभानु के तबादले से 15 दिन बाद की 26 जुलाई 2023 तारीख अंकित फर्जी नियुक्ति आदेश पत्र उदयभानु त्रिपाठी को भेजा था.

इसे भी पढ़े-Fake Appointment In Health Department : स्वास्थ्य विभाग के 143 कर्मचारी जल्द होंगे बर्खास्त

उदयभानु के मुताबिक, उनके 11 जुलाई को ट्रांसफर हो जाने के 15 दिन बाद जारी हुए नियुक्ति पत्र में जालसाजों ने उदयभानु त्रिपाठी की फर्जी साइन बनाकर 21 लोगों को नगर निकायों में तैनात करने का आदेश जारी किया था. बल्कि जिन 21 लोगों के नियुक्ति आदेश जारी किए गए थे, वह इस शासन स्तर से जारी ही नहीं होता है. विशेष सचिव ने बताया कि उन्होंने 20 दिसंबर को ही हजरतगंज थाने में शिकायती पत्र दे दिया था. जिसके बाद पुलिस ने जांच कर रविवार को हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कर ली. थाना प्रभारी हजरतगंज विक्रम सिंह ने बताया कि पत्र के आधार पर जांच चल रही थी, आरोपियों की पहचान की जा रही है.


यह भी पढ़े- लखनऊ नगर निगम में फर्जी नियुक्ति पत्र से नौकरी का खेल, खुलासा होने पर मचा हड़कंप

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नगर विकास विभाग में फर्जी तरीकों से 21 लोगों की नियुक्ति का आदेश जारी किया गया. इस नियुक्ति आदेश में पूर्व विभाग में तैनात रहे विशेष सचिव उदयभानु त्रिपाठी के हस्ताक्षर भी बनाए गए हैं. इसका खुलासा तब हुआ जब यह पत्र विशेष सचिव के तबादले के बाद जारी किया गया. इस मामले में हजरतगंज थाने में FIR दर्ज कराई गई है. पुलिस के मुताबिक, मामले की जांच की जा रही है.

हजरतगंज थाने में दर्ज FIR के मुताबिक, उदयभानु त्रिपाठी पूर्व के आवास एवं शहरी नियोजन विभाग में विशेष सचिव के पद पर तैनात थे. 11 जुलाई को उनका ट्रांसफर आबकारी विभाग में हो गया था. जिसके पांच दिन बाद 16 दिसंबर 2023 को नगर विकास विभाग के अनु सचिव मोहम्मद वासिफ ने उदय भानु को कॉल कर सूचित किया कि उनके फर्जी साइन से 21 लोगों की नियुक्ति आदेश का पत्र जारी किया गया है, जो उन्हे व्हाट्सएप पर मिला है. अनु सचिव ने विशेष सचिव उदयभानु के तबादले से 15 दिन बाद की 26 जुलाई 2023 तारीख अंकित फर्जी नियुक्ति आदेश पत्र उदयभानु त्रिपाठी को भेजा था.

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उदयभानु के मुताबिक, उनके 11 जुलाई को ट्रांसफर हो जाने के 15 दिन बाद जारी हुए नियुक्ति पत्र में जालसाजों ने उदयभानु त्रिपाठी की फर्जी साइन बनाकर 21 लोगों को नगर निकायों में तैनात करने का आदेश जारी किया था. बल्कि जिन 21 लोगों के नियुक्ति आदेश जारी किए गए थे, वह इस शासन स्तर से जारी ही नहीं होता है. विशेष सचिव ने बताया कि उन्होंने 20 दिसंबर को ही हजरतगंज थाने में शिकायती पत्र दे दिया था. जिसके बाद पुलिस ने जांच कर रविवार को हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कर ली. थाना प्रभारी हजरतगंज विक्रम सिंह ने बताया कि पत्र के आधार पर जांच चल रही थी, आरोपियों की पहचान की जा रही है.


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