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लखीमपुर हिंसा मामले में SIT के खुलासे पर विपक्ष हमलावर, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री को बर्खास्त करने की मांग - Priyanka Gandhi tweet on Lakhimpur violence

लखीमपुर हिंसा मामले में SIT के खुलासे के बाद कांग्रेस, सपा और बसपा ने मोदी सरकार को एक बार फिर घेरा है. विपक्ष ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है.

लखीमपुर हिंसा मामला.
लखीमपुर हिंसा मामला.
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Published : Dec 14, 2021, 4:21 PM IST

Updated : Dec 14, 2021, 5:18 PM IST

लखनऊ: एसआईटी ने कोर्ट में पेश की एक रिपोर्ट में कहा है कि लखीमपुर खीरी हिंसा एक सोची-समझी साजिश थी. साथ ही एसआईटी ने लखीमपुर कोर्ट से इस मामले में आरोपियों के खिलाफ धाराएं बढ़ाने के लिए अनुरोध किया है. इसके बाद लखीमपुर हिंसा को लेकर सियासत गर्म हो गई है. सपा, बसपा और कांग्रेस ने भाजपा सरकार को घेरते हुए हुए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने की मांग की है.

लखीमपुर हिंसा मामला.

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आसिफ रिजवी ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद पुलिस ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में गंभीरता दिखाई और अब एसआईटी ने यह माना है कि किसानों को कुचलना दुर्घटना नहीं थी, बल्कि एक साजिश के तहत ऐसा किया गया था. एसआईटी ने अब गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर नई धाराएं लगाई हैं. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अब ये तय हो गया है कि आशीष मिश्रा पूरी तरह से लखीमपुर हिंसा के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन मोदी सरकार गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. वे अब तक अपने पद पर बने हुए हैं. इससे तय हो गया है कि मोदी सरकार किसानों की हितैषी हो ही नहीं सकती. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अब जब एसआईटी की जांच में सच्चाई उजागर हो गई है तो मोदी सरकार को गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करन देना चाहिए.

वहीं, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी तो पहले से कहती रही है कि तिकुनिया में जो घटना किसानों के साथ हुई है वह सोची-समझी घटना थी. उन्होंने कहा कि इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा दोषी हैं. सबसे पहले अजय मिश्रा ने ही उकसावे वाला भाषण दिया था. इसके बाद ही केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के बेटे ने आशीष मिश्रा ने किसानों को कुचल कर मार दिया था. यह बात अब जांच रिपोर्ट में भी साबित हो गई है.

राम गोविंद चौधरी ने कहा कि अब मंत्री अजय मिश्रा को खुद से इस्तीफा दे देना चाहिए. अगर अजय मिश्रा इस्तीफा नहीं देते हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंत्री पद से बर्खास्त कर देना चाहिए. रामगोविंद चौधरी कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त नहीं करते हैं तो जनता भाजपा को उत्तर प्रदेश की गद्दी के साथ-साथ देश की गद्दी से हटाने का काम करेगी.

इसे भी पढ़ें-लखीमपुर हिंसा मामले में SIT का खुलासा, योजनाबद्ध तरीके से हुआ था हमला

बसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता फैजान खान ने कहा कि भाजपा सरकार लगातार किसानों पर जुल्म ढाती रही है. लखीमपुर की घटना को साजिश के तहत अंजाम दिया गया, यह बात बसपा शुरू से ही उठाती रही है. अब पुलिस जांच में साफ हो चुका है तो हत्या के आरोपी आशीष मिश्रा के पिता केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को केंद्र सरकार तत्काल बर्खास्त करने के साथ गिरफ्तार कराए.

गौरतलब है कि 3 अक्टूबर लखीमपुर के तिकुनिया गांव में किसानों को कार के नीचे कुचले जाने के मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने लगातार केंद्र की मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को घेरा था. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी खुद मैदान में उतरी थीं. इस दौरान उन्हें हिरासत में भी लिया गया था, लेकिन प्रियंका के आगे सरकार को झुकना पड़ा था और पीड़ित किसान परिवारों से मुलाकात भी करवानी पड़ी थी. तब से लेकर अब तक कांग्रेस लगातार इस मामले को लेकर सरकार पर हमलावर है.

लखनऊ: एसआईटी ने कोर्ट में पेश की एक रिपोर्ट में कहा है कि लखीमपुर खीरी हिंसा एक सोची-समझी साजिश थी. साथ ही एसआईटी ने लखीमपुर कोर्ट से इस मामले में आरोपियों के खिलाफ धाराएं बढ़ाने के लिए अनुरोध किया है. इसके बाद लखीमपुर हिंसा को लेकर सियासत गर्म हो गई है. सपा, बसपा और कांग्रेस ने भाजपा सरकार को घेरते हुए हुए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने की मांग की है.

लखीमपुर हिंसा मामला.

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आसिफ रिजवी ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद पुलिस ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में गंभीरता दिखाई और अब एसआईटी ने यह माना है कि किसानों को कुचलना दुर्घटना नहीं थी, बल्कि एक साजिश के तहत ऐसा किया गया था. एसआईटी ने अब गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर नई धाराएं लगाई हैं. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अब ये तय हो गया है कि आशीष मिश्रा पूरी तरह से लखीमपुर हिंसा के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन मोदी सरकार गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. वे अब तक अपने पद पर बने हुए हैं. इससे तय हो गया है कि मोदी सरकार किसानों की हितैषी हो ही नहीं सकती. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अब जब एसआईटी की जांच में सच्चाई उजागर हो गई है तो मोदी सरकार को गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करन देना चाहिए.

वहीं, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी तो पहले से कहती रही है कि तिकुनिया में जो घटना किसानों के साथ हुई है वह सोची-समझी घटना थी. उन्होंने कहा कि इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा दोषी हैं. सबसे पहले अजय मिश्रा ने ही उकसावे वाला भाषण दिया था. इसके बाद ही केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के बेटे ने आशीष मिश्रा ने किसानों को कुचल कर मार दिया था. यह बात अब जांच रिपोर्ट में भी साबित हो गई है.

राम गोविंद चौधरी ने कहा कि अब मंत्री अजय मिश्रा को खुद से इस्तीफा दे देना चाहिए. अगर अजय मिश्रा इस्तीफा नहीं देते हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंत्री पद से बर्खास्त कर देना चाहिए. रामगोविंद चौधरी कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त नहीं करते हैं तो जनता भाजपा को उत्तर प्रदेश की गद्दी के साथ-साथ देश की गद्दी से हटाने का काम करेगी.

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बसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता फैजान खान ने कहा कि भाजपा सरकार लगातार किसानों पर जुल्म ढाती रही है. लखीमपुर की घटना को साजिश के तहत अंजाम दिया गया, यह बात बसपा शुरू से ही उठाती रही है. अब पुलिस जांच में साफ हो चुका है तो हत्या के आरोपी आशीष मिश्रा के पिता केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को केंद्र सरकार तत्काल बर्खास्त करने के साथ गिरफ्तार कराए.

गौरतलब है कि 3 अक्टूबर लखीमपुर के तिकुनिया गांव में किसानों को कार के नीचे कुचले जाने के मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने लगातार केंद्र की मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को घेरा था. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी खुद मैदान में उतरी थीं. इस दौरान उन्हें हिरासत में भी लिया गया था, लेकिन प्रियंका के आगे सरकार को झुकना पड़ा था और पीड़ित किसान परिवारों से मुलाकात भी करवानी पड़ी थी. तब से लेकर अब तक कांग्रेस लगातार इस मामले को लेकर सरकार पर हमलावर है.

Last Updated : Dec 14, 2021, 5:18 PM IST
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