लखनऊ: उत्तर प्रदेश की हर गली मोहल्ले, बाजार और मार्गों को सीसीटीवी कैमरों से लैस (CCTV camera installation in UP) करने के लिए यूपी डीजीपी विजय कुमार (UP DGP Vijay Kumar) ने 'ऑपरेशन दृष्टि' की शुरुआत मंगलवार को की. इसके लिए सीसीटीवी कैमरों की स्थापना के संबंध में पुलिस मुख्यालय की ओर से मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की गई है. डीजीपी ने कहा है कि सीसीटीवी से निगरानी कर अपराध नियंत्रण और घटनाओं के खुलासे में उनका उपयोग किया जा सकता है. इससे बेहतर पुलिसिंग करते हुये लोगों में खासकर महिलाओं में सुरक्षा की भावना जागृत की जा सकती है.
यूपी में ऑपरेशन दृष्टि शुरू किये जाने को लेकर पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, डीजीपी विजय कुमार ने कहा कि सीसीटीवी कैमरों के फुटेज का अपराधिक घटनाओं के खुलासे में प्रयोग हो सकेगा. वहीं निर्दोष व्यक्तियों को चिन्हित करने और सही अपराधी की ढूंढने में मदद मिलेगी. सेफ सिटी और स्मार्ट सिटी में लगने वाले कैमरों के साथ जुड़कर गहन निगरानी हो सकेगी. इसके लिए समाज के सभी वर्गों के सक्षम लोगों से संपर्क कर सीसीटीवी कैमरे लगाने के अभियान (Operation Drishti begins in UP) में सहभागिता की अपील की जाए.
उन्होंने कहा कि मीडिया के माध्यम से भी इस अभियान के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए. डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए है कि, सीसीटीवी निर्धारित मानक और अच्छी गुणवत्ता वाले लगाए जाएं. इंटरनेट कनेक्टिविटी और आधुनिक उपकरणों की भी व्यवस्था हो. कैमरा लगाने के लिए सार्वजनिक स्थानों, चौराहों, तिराहों का चयन करने में थाना प्रभारी, सीओ और अन्य अधिकारी रुचि दिखाएं.
उन्होंने निर्देश दिए कि, पूर्व में जहां घटनाए हुई हों, वहां और आपराधिक दृष्टि से संवेदनशील स्थानों का चयन किया जाये. सीसीटीवी कैमरे स्थापित कराने वाले निवासियों और नागरिकों को सम्मानित किया जाये. सीसीटीवी कैमरों को थाना, चौकी, बीट वार सूचीबद्ध किया जाये. इनका विवरण बीट आरक्षी द्वारा अपनी बीट बुक में भी अंकित किया जाये.
कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (वीडियो वॉल) बनेगा: डीजीपी विजय कुमार ने कहा है कि कैमरों के बेहतर इस्तमाल और इनके फुटेज के बेहतर विश्लेषण के लिए पुलिस कंट्रोल रूम, यूपी-112 कंट्रोल रूम में ऑपरेशन दृष्टि का कंट्रोल रूम स्थापित किया जायेगा. इससे किसी वारदात की स्थिति में विभिन्न स्थानों के बीच लगे हुए कैमरों के फुटेज का तुलनात्मक अध्ययन करते हुए विश्लेषण किया जा सकेगा. इस कंट्रोल रूम से शहर में लगाये गये सीसीटीवी कैमरों की लाइव मॉनिटरिंग भी की जायेगी.
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