लखनऊ: विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ एकजुट हुआ विपक्षी पार्टियों का गठबंधन अब बिखरता नजर आ रहा है. समाजवादी पार्टी गठबंधन के सबसे मजबूत चेहरे के रूप में देखे जा रहे सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभकर ने अखिलेश यादव से खुलकर बगावत शुरू कर दी है. राष्ट्रपति चुनाव में सपा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को वोट देने से वो किनारा कर रहे हैं. शुक्रवार देर शाम एनडीए की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू की डिनर पार्टी में सीएम आवास पहुंचकर उन्होंने साफ कर दिया कि वो पाला बदल चुके हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए ओम प्रकाश राजभर ने बताया कि दो दिन पहले हुई बैठक में अखिलेश ने जयंत और उनकी पार्टी के विधायकों को बुलाया था लेकिन उन्हें या सुभासपा के किसी विधायक को अखिलेश का बुलावा नहीं गया. यशवंत सिन्हा को वोट करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ शर्तें रखी है. अखिलेश उस पर राजी हुए तो उनके उम्मीदवार को वोट करने पर विचार करूंगा. 12 जुलाई को सुभासपा विधायको की बैठक बुलाई गई है. बैठक में किसे वोट देना है इसका ऐलान किया जाएगा. हालांकि इस बातचीत के थोड़ी देर बाद ही राजभर और शिवपाल यादव एनडीए प्रत्याशी की डिनर पार्टी में पहुंच गए.
ओम प्रकाश राजभर ने तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश का रवैया पार्टी के लिए ठीक नही है. उनके इसी व्यवहार की वजह से चुनाव के ठीक बाद उनके चाचा और प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने सपा का दामन झटक दिया. हालही में रामपुर और आजमगढ़ के उप चुनाव में सपा की हार की वजह अखिलेश का यही व्यवहार है. हम सब धूप में जनता के बीच वोट मांग रहे थे, लेकिन अखिलेश एसी कमरे से बाहर नहीं निकले. अब सीएम आवास पर हुई डिनर पार्टी में राजभर की शिरकत को अखिलेश और सपा से खुली बगावत के रूप में देखा जा रहा है.
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