लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने धान खरीद 2020-21 के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की है. खाद्य रसद विभाग की वेबसाइट पर किसानों द्वारा स्वयं अथवा साइबर कैफे के माध्यम से धान बिक्री के लिए अपना पंजीकरण कराया जा सकता है. इस वर्ष धान खरीद में वास्तविक किसानों को भी समर्थन मूल्य प्राप्त हो इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण में आधार बेस्ड और किसान के मोबाइल पर ओटीपी भेज कर पंजीकरण की व्यवस्था की गई है.
खाद्य आयुक्त मनीष चौहान ने बताया कि किसानों के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर पंजीकरण सत्यापन एवं केंद्र पर खरीद फील्डिंग की सूचना एसएमएस के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है. इस वर्ष समस्त एजेंसियों द्वारा अनिवार्य रूप से ध्यान के मूल्य का भुगतान किसानों के बैंक खातों में भेजा जा रहा है.
मंडी में पहली बार लगा किसान हेल्प डेस्क
खाद्य आयुक्त मनीष चौहान ने बताया कि इस वर्ष पहली बार मंडी द्वारा राज्य एजेंसी के रूप में धान की खरीद की जा रही है. मंडी परिषद में स्थापित क्रय केंद्रों पर किसान हेल्प डेस्क की स्थापना पहली बार की गई है, जिससे किसानों को किसी तरह की समस्या न हो.
40.86 मैट्रिक टन हुई धान की खरीद
खाद्य आयुक्त मनीष चौहान ने बताया कि अभी तक 40.86 मैट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है और इसका भुगतान किसानों के खाते में किया जा रहा है.
गंगा नदी के किनारे गांव में लगा स्वास्थ्य शिविर
नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश के 27 जनपदों में हेल्थ सेंटर चलाए जा रहे हैं. इस परियोजना के अंतर्गत स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच भी की जा रही है. इस योजना से अभी तक 1,03,635 लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है.
बताते चलें कि प्रदेश सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर काफी गंभीर है. यही कारण है कि लगातार किसानों को कोई समस्या न हो इसके लिए अधिकारियों के साथ बैठक कर अधिकारियों को किसानों की समस्याओं को दूर करने का निर्देश दे रही है.
धान खरीद के लिए किसानों का होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
उत्तर प्रदेश सरकार ने धान खरीद 2020-21 के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की है. खाद्य रसद विभाग की वेबसाइट पर किसानों द्वारा स्वयं अथवा साइबर कैफे के माध्यम से धान बिक्री के लिए अपना पंजीकरण कराया जा सकता है. इसमें किसान के मोबाइल पर ओटीपी जाएगी. इसके बाद रजिस्ट्रेशन होगा.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने धान खरीद 2020-21 के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की है. खाद्य रसद विभाग की वेबसाइट पर किसानों द्वारा स्वयं अथवा साइबर कैफे के माध्यम से धान बिक्री के लिए अपना पंजीकरण कराया जा सकता है. इस वर्ष धान खरीद में वास्तविक किसानों को भी समर्थन मूल्य प्राप्त हो इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण में आधार बेस्ड और किसान के मोबाइल पर ओटीपी भेज कर पंजीकरण की व्यवस्था की गई है.
खाद्य आयुक्त मनीष चौहान ने बताया कि किसानों के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर पंजीकरण सत्यापन एवं केंद्र पर खरीद फील्डिंग की सूचना एसएमएस के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है. इस वर्ष समस्त एजेंसियों द्वारा अनिवार्य रूप से ध्यान के मूल्य का भुगतान किसानों के बैंक खातों में भेजा जा रहा है.
मंडी में पहली बार लगा किसान हेल्प डेस्क
खाद्य आयुक्त मनीष चौहान ने बताया कि इस वर्ष पहली बार मंडी द्वारा राज्य एजेंसी के रूप में धान की खरीद की जा रही है. मंडी परिषद में स्थापित क्रय केंद्रों पर किसान हेल्प डेस्क की स्थापना पहली बार की गई है, जिससे किसानों को किसी तरह की समस्या न हो.
40.86 मैट्रिक टन हुई धान की खरीद
खाद्य आयुक्त मनीष चौहान ने बताया कि अभी तक 40.86 मैट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है और इसका भुगतान किसानों के खाते में किया जा रहा है.
गंगा नदी के किनारे गांव में लगा स्वास्थ्य शिविर
नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश के 27 जनपदों में हेल्थ सेंटर चलाए जा रहे हैं. इस परियोजना के अंतर्गत स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच भी की जा रही है. इस योजना से अभी तक 1,03,635 लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है.
बताते चलें कि प्रदेश सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर काफी गंभीर है. यही कारण है कि लगातार किसानों को कोई समस्या न हो इसके लिए अधिकारियों के साथ बैठक कर अधिकारियों को किसानों की समस्याओं को दूर करने का निर्देश दे रही है.