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प्याज ने तरेरी आंखें तो जनता के छलके आंसू

पूरे देश में इन दिनों प्याज की महंगाई पर हाहाकार देखने को मिल रहा है. प्याज की बढ़ी कीमतों ने लोगों की थाली का स्वाद इस कदर बिगाड़ा है कि इसकी चर्चा राष्ट्रीय स्तर पर हो रही है. वहीं सरकार इसके दाम को लेकर चिंतित भी है. संसद में भी प्याज की महंगाई को लेकर चर्चा हुई.

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100 से 120 रुपये किलो बिक रहा प्याज.
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Published : Dec 8, 2019, 9:43 AM IST

बाराबंकी/कानपुर/जौनपुर/पीलीभीत: प्याज के दाम में बेतहाशा वृद्धि को देखते हुए देश भर में लोग परेशान हैं. देशभर में प्याज के बढ़ते दामों ने रसोई में कहर बरपा रखा है. लगातार प्याज के दाम बढ़ते जा रहे हैं. इसकी वजह से रसोई से प्याज लगभग गायब होता जा रहा है. लोग भी सरकार से सवाल कर रहे हैं, क्या यही अच्छे दिन हैं. यदि यही अच्छे दिन हैं तो नहीं चाहिए ऐसे दिन. वहीं लोग मोदी सरकार से प्याज के दामों में हो रही वृद्धि को रोकने की गुहार लगा रहे हैं.

100 से 120 रुपये किलो बिक रहा प्याज.

100 से 120 रुपये किलो बिक रहा प्याज
बाराबंकी जिले में प्याज की महंगाई ने जहां लोगों की थाली का स्वाद बिगाड़ दिया है, वहीं लहसुन भी पीछे नहीं है. इन दिनों चारों तरफ प्याज की महंगाई के चर्चे जोरों पर हैं तो बाराबंकी भी पीछे क्यों रहता. यहां भी 100 से 120 रुपये किलो प्याज बिक रहा है. आमतौर पर जहां लोग दो से ढाई किलो प्याज खरीदते थे, अब आवश्यकतानुसार ही खरीद रहे हैं.

कानपुर में कांग्रेसियों ने विधायक के घर के सामने सस्ते दर पर बेचा प्याज
देश प्रदेश में बढ़ रही प्याज की दरों से आम जनता बेहाल है. प्याज की दरें रोजाना बढ़ रही हैं. इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है. इन्हीं सब मुद्दों को लेकर शनिवार को कांग्रेसी नेता करिश्मा ठाकुर ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ अनोखा विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेसियों ने गोविंद नगर विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक सुरेंद्र मैथानी के घर के सामने प्याज की दुकान लगाकर लोगों को 20 रुपये किलो के भाव प्याज बेचकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन दिखाया. वहीं सस्ता प्याज मिलता देख काफी लोग प्याज खरीदने के लिए भीड़ लगाए रहे.
आम आदमी पार्टी ने प्याज की कीमतों को लेकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा
देश में बढ़ती प्याज की कीमतों को देखते हुए जौनपुर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को पत्रक सौंपा है. इनका कहना है कि प्याज की हो रही जमाखोरी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. आम आदमी की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने 32000 टन प्याज की जमाखोरी कर सड़ा देने का भी आरोप लगाकर प्रधानमंत्री से जवाब मांगा है. कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए.

प्याज की बढ़ी कीमतें निकाल रही आंसू
पीलीभीत में भी पूरे देश और प्रदेश की तरह 100 रुपये किलो के भाव प्याज बिक रहा है. प्याज की महंगी दर के चलते पूरे जनपद में हाहाकार मचा हुआ है. मंडियों में छोटी प्याज 90 रुपये किलो बिक रहा है तो वहीं मीडियम प्याज 120 रुपये में बिक रहा है. प्याज की बढ़ती समस्या को लेकर लोगों का कहना है कि प्याज महंगा होने से उनका बजट बिगड़ गया है. पहले जहां एक से दो किलो प्याज खरीदा जा रहा था, अब आधा किलो से ही काम चलाया जा रहा है

प्याज की बढ़ती कीमत जहां आम आदमी को रुला रही है. वहीं सरकार भी चिंतित है. पीलीभीत में जिलाधिकारी के निर्देश पर जमाखोरी रोकने के लिए जिला पूर्ति अधिकारी ने छह टीमों का गठन किया है. यह टीम मंडियों में प्याज की जमाखोरी को लेकर जांच करेगी कि कहीं प्याज का स्टॉक तो नहीं किया जा रहा.

मनोज तिवारी ने सुनाया था ये गाना...
किसी जमाने में दिल्ली की सरकार प्याज के कारण गिर गई थी तो वहीं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के लिए वर्तमान दिल्ली के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने गुनगुनाते हुए कहा था कि "का हो अटल चाचा अब का सलाद खईबा, पियाजिया अनार हो गईल".

बाराबंकी/कानपुर/जौनपुर/पीलीभीत: प्याज के दाम में बेतहाशा वृद्धि को देखते हुए देश भर में लोग परेशान हैं. देशभर में प्याज के बढ़ते दामों ने रसोई में कहर बरपा रखा है. लगातार प्याज के दाम बढ़ते जा रहे हैं. इसकी वजह से रसोई से प्याज लगभग गायब होता जा रहा है. लोग भी सरकार से सवाल कर रहे हैं, क्या यही अच्छे दिन हैं. यदि यही अच्छे दिन हैं तो नहीं चाहिए ऐसे दिन. वहीं लोग मोदी सरकार से प्याज के दामों में हो रही वृद्धि को रोकने की गुहार लगा रहे हैं.

100 से 120 रुपये किलो बिक रहा प्याज.

100 से 120 रुपये किलो बिक रहा प्याज
बाराबंकी जिले में प्याज की महंगाई ने जहां लोगों की थाली का स्वाद बिगाड़ दिया है, वहीं लहसुन भी पीछे नहीं है. इन दिनों चारों तरफ प्याज की महंगाई के चर्चे जोरों पर हैं तो बाराबंकी भी पीछे क्यों रहता. यहां भी 100 से 120 रुपये किलो प्याज बिक रहा है. आमतौर पर जहां लोग दो से ढाई किलो प्याज खरीदते थे, अब आवश्यकतानुसार ही खरीद रहे हैं.

कानपुर में कांग्रेसियों ने विधायक के घर के सामने सस्ते दर पर बेचा प्याज
देश प्रदेश में बढ़ रही प्याज की दरों से आम जनता बेहाल है. प्याज की दरें रोजाना बढ़ रही हैं. इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है. इन्हीं सब मुद्दों को लेकर शनिवार को कांग्रेसी नेता करिश्मा ठाकुर ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ अनोखा विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेसियों ने गोविंद नगर विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक सुरेंद्र मैथानी के घर के सामने प्याज की दुकान लगाकर लोगों को 20 रुपये किलो के भाव प्याज बेचकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन दिखाया. वहीं सस्ता प्याज मिलता देख काफी लोग प्याज खरीदने के लिए भीड़ लगाए रहे.
आम आदमी पार्टी ने प्याज की कीमतों को लेकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा
देश में बढ़ती प्याज की कीमतों को देखते हुए जौनपुर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को पत्रक सौंपा है. इनका कहना है कि प्याज की हो रही जमाखोरी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. आम आदमी की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने 32000 टन प्याज की जमाखोरी कर सड़ा देने का भी आरोप लगाकर प्रधानमंत्री से जवाब मांगा है. कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए.

प्याज की बढ़ी कीमतें निकाल रही आंसू
पीलीभीत में भी पूरे देश और प्रदेश की तरह 100 रुपये किलो के भाव प्याज बिक रहा है. प्याज की महंगी दर के चलते पूरे जनपद में हाहाकार मचा हुआ है. मंडियों में छोटी प्याज 90 रुपये किलो बिक रहा है तो वहीं मीडियम प्याज 120 रुपये में बिक रहा है. प्याज की बढ़ती समस्या को लेकर लोगों का कहना है कि प्याज महंगा होने से उनका बजट बिगड़ गया है. पहले जहां एक से दो किलो प्याज खरीदा जा रहा था, अब आधा किलो से ही काम चलाया जा रहा है

प्याज की बढ़ती कीमत जहां आम आदमी को रुला रही है. वहीं सरकार भी चिंतित है. पीलीभीत में जिलाधिकारी के निर्देश पर जमाखोरी रोकने के लिए जिला पूर्ति अधिकारी ने छह टीमों का गठन किया है. यह टीम मंडियों में प्याज की जमाखोरी को लेकर जांच करेगी कि कहीं प्याज का स्टॉक तो नहीं किया जा रहा.

मनोज तिवारी ने सुनाया था ये गाना...
किसी जमाने में दिल्ली की सरकार प्याज के कारण गिर गई थी तो वहीं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के लिए वर्तमान दिल्ली के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने गुनगुनाते हुए कहा था कि "का हो अटल चाचा अब का सलाद खईबा, पियाजिया अनार हो गईल".

Intro: बाराबंकी, 06 दिसंबर। जिले में प्याज कि महंगाई ने जहां लोगों की थाली का स्वाद बिगाड़ दिया है लहसुन भी पीछे नहीं है. इन दिनों चारों तरफ प्याज की महंगाई के चर्चे जोरों पर हैं तो, बाराबंकी भी पीछे क्यों रहता !, यहां भी 100 से 120 रुपए किलो प्याज बिक रही है , और लहसुन के दाम 200 रुपए किलो है. आमतौर पर जहां लोग दो से ढाई किलो प्याज खरीदे थे, अब 250 ग्राम ही लेते हैं. दुकानदार जहां पूरे दिन भर में 100 से 120 किलो किलो प्याज बेच लेते थे, अब 20 से 30 किलो बेचना मुश्किल हो जा रहा है.


Body:पूरे देश में इन दिनों प्याज की महंगाई का हाहाकार देखने को मिल रहा है. प्याज की महंगाई ने लोगों की थाली का स्वाद इस कदर बिगाड़ा है कि , इसकी चर्चा राष्ट्रीय स्तर पर हो रही है, और सरकार इसके दाम को लेकर चिंतित भी है. संसद में भी प्याज की महंगाई को लेकर चर्चा हुई तो ,वहीं राजनीतिक दल भी सरकार को प्याज की महंगाई पर घेर रहे हैं.
कभी किसी ज़माने में दिल्ली की सरकार प्याज के कारण गिर गई थी, तो वहीं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के लिए, वर्तमान दिल्ली के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने, जब वह एक गायक हुआ करते थे गाना गाया था, कि-

"का हो अटल चाचा अब का सलाद खईबा, पियाजिया अनार हो गईल"

इस प्रकार हमारे देश की राजनीति में प्याज का बड़ा महत्व है प्याज के कारण सरकारी बनती और गिरती है.

अब सवाल उठता है कि जब प्याज की इस प्रकार से कीमतें बढ़ती और गिरती है तो , इसके लिए सही नीति क्यों नहीं है. यदि मांग और आपूर्ति के बीच सामंजस्य हो तो इस प्रकार से बेतरतीब तरीके से दाम न बढ़े.
लेकिन यह बात स्पष्ट रूप से फलीभूत होती दिखाई दे रही है कि, सरकार के पास प्याज की आपूर्ति और , मांग के बीच तालमेल का कोई सही पैमाना मौजूद नहीं होने के कारण भयानक रूप से प्याज की कीमतों में उछाल आया है.
ईटीवी भारत ने जब लोगों से बात की तो पता चला कि, जहां जनता प्याज की कीमतों में भारी बढ़ोतरी के कारण त्रस्त हो गई है, और उसकी थाली का स्वाद बिगड़ गया है . वहीं दुकानदारों का कहना है कि अब वह 100 से 110 रुपए किलो प्याज खरीद रहे हैं, जिसके कारण उन्हें नुकसान सहना पड़ रहा है. जनता बढ़े हुए दाम के कारण प्याज कम खरीद रही है ,और पूरे दिन भर में दुकानदार 20 से 30 किलो प्याज ही बेच पा रहे हैं. जबकि आम दिनों में जब प्याज के दाम स्थिर रहते हैं तो, एक दुकानदार करीब 100 से 120 किलो प्याज बेचता है , जिससे उन्हें उसी एवज में मुनाफा भी मिलता है.
एक बात बहुत स्पष्ट है कि जिस प्रकार से प्याज की कीमतों में वृद्धि हुई है उससे ना तो जनता को कोई फायदा है, और ना ही दुकानदार मुनाफा कमा रहे हैं. बल्कि दोनों ही स्थितियों में घाटे का सौदा साबित हो रहा है, साथ ही साथ खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट का कारण बन रहा है.
फिलहाल बाराबंकी के लोग कीमतें बढ़ जाने के कारण अब प्याज कम खा रहे हैं, जिससे दुकानदारों को नुकसान हो रहा है.



Conclusion:byte-

1- मोहम्मद हफीज सलमानी , ग्राहक.

2- मोहम्मद शकील, दुकानदार

3- मौसम जमाल , ग्राहक

4- मोहम्मद शाह आलम , दुकानदार

5- साबिर अली, दुकानदार

6- मुकुल श्रीवास्तव, ग्राहक




रिपोर्ट-  आलोक कुमार शुक्ला , रिपोर्टर बाराबंकी, 96284 76907
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