लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ओडीओपी (एक जनपद, एक उत्पाद) वर्चुअल मेले की सफलता को देखते हुए 27 अक्टूबर तक जारी रखने का निर्देश दिया है. प्रदेश के परम्परागत उत्पादों को राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने और हस्तशिल्पियों, कारीगरों एवं उद्यमियों को नई पहचान दिलाने के उद्देश्य से मेला आयोजित किया गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 19 अक्टूबर को ओडीओपी वर्चुअल मेले का शुभारंभ किया था. पहले यह मेला 23 अक्टूबर तक आयोजित किया जाना था. शनिवार को सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौर में एक नए प्रयोग के रूप में इसका आयोजन किया गया है. पूरे देशभर में यह वर्चुअल मेला अपनी तरह का प्रथम प्रयोग है.
उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में प्रदेश के ओडीओपी विक्रेताओं ने वर्चुअल मेले में अपने स्टाॅल लगाए हैं. इस मेले में देश-विदेश के क्रेताओं ने अपना रजिस्टेशन भी कराया है. एमएसएमई विभाग के ओडीओपी प्रकोष्ठ और फिक्की द्वारा मेले का फेसबुक, गूगल आदि आनलाइन प्लेटफाॅर्म पर जबर्दस्त प्रचार किया जा रहा है.
मेले में इतने लोगों ने अब तक आनलाइन विजिट की
ओडीओपी वर्चुअल मेले में विक्रेताओं द्वारा स्थापित किए गए स्टाॅलों की 23,928 लोगों ने अब तक ऑनलाइन विजिट की है. इसके तहत कारोबारी गतिविधियों के उद्देश्य से 27,495 बिजनेस कार्डों का आदान-प्रदान भी किया गया. वर्चुअल मेले में अब तक 15,416 लोग लाॅगिन कर चुके हैं. मेले में स्थापित किए गए ऑनलाइन ऑडिटोरियम में अब तक 6,864 लोगों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है.
मेले में उत्पादों के प्रति दिखाई रुचि
बता दें कि इस मेले में आने वाले मेहमानों ने अलग-अलग उत्पादों के प्रति अपनी रुचि दिखाई है. वहीं 19 अक्टूबर को विजिटर्स की पसंद कारपेट्स रहे, जबकि 20 अक्टूबर को चिकनकारी पर फोकस किया गया. इसी तरह 21 अक्टूबर को विजिटर्स ने घुंघरू, घंटी व पीतल उत्पादों और 22 अक्टूबर को चिकनकारी, जरी-जरदोजी को देखा. इसके बाद 23 व 24 अक्टूबर को मेहमानों ने हैंडलूम, टेक्सटाइल और रेशमी साड़ियों को वरीयता दी.