लखनऊ: नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने गोमती नगर व राजाजीपुरम में हाऊस टैक्स के कर निर्धारण में चोरी पकड़ने के बाद सख्त रवैया अपनाया है. समस्त राजस्व निरीक्षकों, कर अधीक्षकों, कर निर्धारण अधिकारियों एवं जोनल अधिकारियों को 15 नवंबर तक का समय अभिलेख दुरुस्त करने के लिए दिया गया है. इसके बाद नगर आयुक्त या उच्चाधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण कर स्थलीय जांच की जाएगी. इस दौरान दी गई सूचना एवं मौके पर भिन्नता पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
देना होगा प्रमाण-पत्र, फिर होगा सत्यापन
नगर आयुक्त ने बताया कि भवन कर वसूली एवं कर निर्धारण के सम्बन्ध में लगातार की समीक्षा की जा रही है. यह निर्देश भी दिए जाते रहे हैं कि जो आवासीय/अनावासीय भवन कर निर्धारण से छूटे हैं, भवन कर पुनरीक्षित नहीं किया गया है अथवा जिस अनावासीय भवन का आवासीय कर निर्धारण हुआ हो या जिस भवन का कर निर्धारण वास्तविक वार्षिक मूल्य से कम है. ऐसे समस्त भवनों का स्थल निरीक्षण करते हुए पत्रावली तैयार करते हुए उन्हें कम्पूटर/अभिलेखों में दर्ज करा दिया जाए, लेकिन इस सम्बन्ध में अभी तक कार्रवाई नहीं की गई है. इसी के चलते समस्त राजस्व निरीक्षकों, कर अधीक्षकों, कर निर्धारण अधिकारियों, एवं जोनल अधिकारियों को 15 नवंबर तक का समय अन्तिम रूप से दिया गया है. अंतिम दिन सभी अधिकारियों को इस आशय का प्रमाण-पत्र देना होगा कि उनके वार्ड/जोन में कोई भी भवन कर निर्धारण, पुनरीक्षण, वास्तविक वार्षिक मूल्य से नीचे नहीं है तथा कोई भवन कराच्छादन से छूटा नहीं है. उन्होंने बताया कि औचक निरीक्षण कर स्थलीय जांच की जाएगी.
गृहकर निर्धारण में चोरी पकड़ने पर लिया फैसला
बता दें कि गोमती नगर में सहारा शहर में सर्वे कराया गया तो 49 संपत्तियां और मिली हैं जबकि गृह कर निर्धारण 44 संपत्तियों का ही किया गया है. अब गृहकर 1.85 करोड़ हो गया जो कि अभी तक 96 लाख ही था. इसी प्रकार राजाजीपुरम इलाके में अनावासीय भवनों का कर निर्धारण आवासीय में तथा एआरवी कम दर्शाये जाने का खेल नगर आयुक्त ने पकड़ा था. उन्होंने गृहकर निर्धारण में चोरी पकड़ने पर यह फैसला लिया है.
लखनऊ: कर चोरी मिलने पर अधिकारियों को 15 नवंबर तक का अल्टीमेटम - नगर आयुक्त ने अधिकारियों को दिया अल्टीमेटम
लखनऊ के नगर आयुक्त ने हाऊस टैक्स के कर निर्धारण में चोरी पकड़ने के बाद सख्त रवैया अपनाया है. इस मामले में जिम्मेदारों को 15 नवंबर तक का समय अभिलेख दुरुस्त करने के लिए दिया गया है.
लखनऊ: नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने गोमती नगर व राजाजीपुरम में हाऊस टैक्स के कर निर्धारण में चोरी पकड़ने के बाद सख्त रवैया अपनाया है. समस्त राजस्व निरीक्षकों, कर अधीक्षकों, कर निर्धारण अधिकारियों एवं जोनल अधिकारियों को 15 नवंबर तक का समय अभिलेख दुरुस्त करने के लिए दिया गया है. इसके बाद नगर आयुक्त या उच्चाधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण कर स्थलीय जांच की जाएगी. इस दौरान दी गई सूचना एवं मौके पर भिन्नता पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
देना होगा प्रमाण-पत्र, फिर होगा सत्यापन
नगर आयुक्त ने बताया कि भवन कर वसूली एवं कर निर्धारण के सम्बन्ध में लगातार की समीक्षा की जा रही है. यह निर्देश भी दिए जाते रहे हैं कि जो आवासीय/अनावासीय भवन कर निर्धारण से छूटे हैं, भवन कर पुनरीक्षित नहीं किया गया है अथवा जिस अनावासीय भवन का आवासीय कर निर्धारण हुआ हो या जिस भवन का कर निर्धारण वास्तविक वार्षिक मूल्य से कम है. ऐसे समस्त भवनों का स्थल निरीक्षण करते हुए पत्रावली तैयार करते हुए उन्हें कम्पूटर/अभिलेखों में दर्ज करा दिया जाए, लेकिन इस सम्बन्ध में अभी तक कार्रवाई नहीं की गई है. इसी के चलते समस्त राजस्व निरीक्षकों, कर अधीक्षकों, कर निर्धारण अधिकारियों, एवं जोनल अधिकारियों को 15 नवंबर तक का समय अन्तिम रूप से दिया गया है. अंतिम दिन सभी अधिकारियों को इस आशय का प्रमाण-पत्र देना होगा कि उनके वार्ड/जोन में कोई भी भवन कर निर्धारण, पुनरीक्षण, वास्तविक वार्षिक मूल्य से नीचे नहीं है तथा कोई भवन कराच्छादन से छूटा नहीं है. उन्होंने बताया कि औचक निरीक्षण कर स्थलीय जांच की जाएगी.
गृहकर निर्धारण में चोरी पकड़ने पर लिया फैसला
बता दें कि गोमती नगर में सहारा शहर में सर्वे कराया गया तो 49 संपत्तियां और मिली हैं जबकि गृह कर निर्धारण 44 संपत्तियों का ही किया गया है. अब गृहकर 1.85 करोड़ हो गया जो कि अभी तक 96 लाख ही था. इसी प्रकार राजाजीपुरम इलाके में अनावासीय भवनों का कर निर्धारण आवासीय में तथा एआरवी कम दर्शाये जाने का खेल नगर आयुक्त ने पकड़ा था. उन्होंने गृहकर निर्धारण में चोरी पकड़ने पर यह फैसला लिया है.