लखनऊः कोरोना संक्रण के कारण एक बार फिर से राजधानी के लोगों का जीवन पटरी से उतर चुका है. वहीं, मौसम में बदलाव के कारण लोगों को सर्दी-जुकाम, बुखार पकड़ रहा है. टायफाइड, वायरल, डेंगू और मलेरिया के मरीजों की भी संख्या बढ़ रही है. लेकिन कोरोना वायरस के चलते अस्पतालों की इमरजेंसी वार्ड में बेड नहीं खाली है. जिसके कारण मरीज एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल का चक्कर लगा रहे हैं. गली-मोहल्लों की क्लीनिक में मेले जैसे माहौल है.
ऑनलाइन ओपीडी में बुखार के मरीज ज्यादा
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते अस्पताल की ओपीडी ऑनलाइन की गई है. क्योंकि वर्तमान में केजीएमयू के 12 डॉक्टर और अन्य स्टाफ कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. जिसके कारण ओपीडी बंद है और ऑनलाइन ओपीडी चलाई जा रही है. ऑनलाइन ओपीडी के दौरान करीब 120 से 145 मरीज बुखार के आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की शुरुआती लक्षण बुखार से पता चलता है. इसलिए बुखार को अनदेखा न करें और डॉक्टर से परामर्श लेकर आरटी पीसीआर जांच आवश्य कराएं.
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ओपीडी में बढ़े सर्दी-जुखाम के मरीज
सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. एसके नंदा ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बीच में लोगों को बुखार तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है. वर्तमान में अस्पताल की ओपीडी में 70 से 80 मरीज सर्दी-जुकाम, बुखार की आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि जब भी बुखार-जुखाम होता है तो इम्युनिटी पर प्रभाव पड़ता है. जिसके कारण लोग कोरोना वायरस के चपेट में आ जा रहे हैं. ऐसे में लोग कम से कम घर से निकले और दूरी बनाकर रखें.