लखनऊ : एनटीपीसी ने अपने सभी थर्मल पावर प्लांट में सोलर पावर प्लांट लगाने का फैसला किया है. फिलहाल विभिन्न सोलर पावर प्लांट में एनटीपीसी 250 मेगावाट के सोलर पावर प्लांट लगाने जा रही है. इसमें अंबेडकर नगर जिले के टांडा का थर्मल पावर प्लांट भी शामिल है. रायबरेली जिले के ऊंचाहार थर्मल पावर प्लांट में भी यह कार्य प्रगति पर है.
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बची हुई जगह का होगा उपयोग
एनटीपीसी ने अपने थर्मल पावर प्लांट में बची हुई जगह का उपयोग सोलर पावर प्लांट लगाने में करने का निर्णय लिया है. इस दिशा में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से स्थानीय इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एनटीपीसी ने एक शिविर भी लगाया है. इसमें एनटीपीसी के अधिकारी क्षेत्रीय लोगों को सोलर पावर प्लांट में आने वाली लागत, इसमें दिए जाने वाले सहयोग तथा पर्यावरण के दृष्टिगत इससे लाभ को लेकर जागरूक कर रही है.
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मिला देश का सबसे बड़ा पावर प्लांट लगाने का दायित्व
एनटीपीसी की एचआर हेड वंदना चतुर्वेदी ने बताया कि एनटीपीसी को देश का सबसे बड़ा इको फ्रेंडली सोलर पावर प्लांट लगाने का दायित्व मिला है. फिलहाल हम 250 मेगावाट सोलर पावर प्लांट लगाने की योजना पर कार्य कर रहे हैं. जहां भी थर्मल प्लांट में जगह है, उसका उपयोग किया जा रहा है. राजस्थान और अंडमान में कृषि से कार्य प्रारंभ हुआ है. रायबरेली के ऊंचाहार और अंबेडकर नगर जिले के टांडा थर्मल पावर प्लांट में भी कार्य शुरू हो रहा है. हम तेजी से पर्यावरण के मद्देनजर सुरक्षित पावर उत्पादन के विषय में आगे बढ़ रहे हैं.