लखनऊः यूपी में डेंगू के मरीजों के लिए राहत की ख़बर है. अब हर जिले में प्लेटलेट्स की सुविधा मौजूद रहेगी. पिछली साल डेंगू के मरीजों की संख्या 28 हजार के पार कर गई थी. जिसको देखते हुए इस बार सरकार अलर्ट है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को हर जिले में ब्लड सेपरेटर यूनिट लगाने के निर्देश दिये गये हैं. इससे मरीजों के लिए आवश्यक रक्त कणिका प्लेटलेट्स समय पर उपलब्ध हो सकेगी. ये यूनिट 100 दिन के अंदर बनकर तैयार हो जायेगी.
राज्य में अभी 28 जिले में 48 सरकारी ब्लड सेपरेटर यूनिट है. इसमें सबसे ज्यादा लखनऊ के अस्पतालों में है. डीजी हेल्थ डॉक्टर वेदव्रत सिंह के मुताबिक अब शेष 43 जिलों में भी ब्लड सेपरेटर यूनिट बनेगी. ये यूनिट ब्लड बैंक में ही बनेगी. इसमें 31 उपकरण होंगे. इस यूनिट में ब्लड को चार अवयवों में पृथक किया जा सकेगा. जिसमें एक अवयव प्लेटलेट्स भी होगा. जिसको डेंगू मरीजों में इसकी संख्या कम होने पर उन्हें चढ़ाकर, मरीजों की जिंदगी बचाई जा सकेगी.
कोरोना की वजह से यूपी की ब्लड बैंकों में रक्त का स्टॉक गड़बड़ा गया. पॉजिटिव से लेकर निगेटिव ग्रुप के कई अवयवों का संकट खड़ा हो गया. ऐसे में राज्य में जहां हर साल 22 लाख यूनिट की आवश्यकता है. उसके मुकाबले साल 20-21 में 11.6 लाख यूनिट रक्त ही संग्रह हो सका. इससे पहले साल 18-19 में 12.5 लाख, साल 19-20 में 11.6 लाख यूनिट रक्त ही संग्रह रहा. ऐसे में रक्त संग्रह को बढ़ावा देने के लिए शिविर लगाने के निर्देश दिये गये हैं.
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केजीएमयू की ब्लड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की डॉक्टर तूलिका चन्द्रा के मुताबिक रक्तदान करने से व्यक्ति की पांच हजार तक की जांचें फ्री हो जाती हैं. इसमें एचआईवी हेपेटाइटिस-बी, हेपेटाइटिस-सी, सिफलिस, मलेरिया, ब्लड ग्रुपिंग, ब्लड एन्टीबॉडी स्क्रीनिंग, हीमोग्लोबिन की जांच मुफ्त में हो जाती है.
यूपी में ब्लड संग्रह की व्यवस्थाः
109- सरकारी ब्लड बैंक
174- प्राइवेट ब्लड बैंक
81 चैरिटेबल ब्लड बैंक
12- स्टैंड एलॉन ब्लड बैंक
48- सरकारी ब्लड सेपरेटर यूनिट
180- प्राइवेट ब्लड सेपरेटर यूनिट
002- ब्लड डोनेशन बस
023- ब्लड डोनेशन वैन
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