लखनऊ : राजधानी के गोमतीनगर स्थित सन हॉस्पिटल की तरफ से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया गया था, जिसके माध्यम से तीमारदारों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर चल रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने के लिए कहा गया था. मामले की जांच में पाया गया कि हॉस्पिटल प्रबंध तंत्र अतिरिक्त ऑक्सीजन हासिल करने के लिए दबाव बना रहा था. इस पर जिला प्रशासन ने सन हॉस्पिटल को नोटिस भेज कर 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है.
जिलाधिकारी के आदेश पर हुई जांच
जिलाधिकारी लखनऊ के निर्देश पर इस मामले की जांच उप जिलाधिकारी सदर ने की. जांच में पाया गया कि हॉस्पिटल में 08 ऑक्सीजनयुक्त जम्बो सिलेंडर, 02 बी टाइप ऑक्सीजनयुक्त सिलेंडर और कंसंट्रेटर मौजूद हैं. साथ ही हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है.
नहीं हो रहा था कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन
उप जिलाधिकारी द्वारा की गई जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज को देखने से यह तथ्य भी सामने आया कि हॉस्पिटल के कोविड वार्ड में नॉन कोविड व्यक्तियों को बिना कोविड प्रोटोकॉल का पालन किए अनाधिकृत प्रवेश दिया जा रहा है. इसके अलावा अन्य अनियमितताएं भी पाई गईं.
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उप जिलाधिकारी सदर ने सन हॉस्पिटल विभव खंड, गोमतीनगर के निदेशक और प्रबंधक को महामारी अधिनियम 1897 और भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 व अन्य सुसंगत धाराओं के तहत नोटिस निर्गत कर 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा गया है. उप जिलाधिकारी ने बताया कि जांच रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को प्रेषित किया जाएगा.