लखनऊ: मंडल रेल प्रबंधक डॉ. मोनिका अग्निहोत्री की उपस्थिति में मनरेगा योजना के अंतर्गत रेलवे विभाग के कार्यों को कराए जाने के लिए वरिष्ठ शाखाधिकारियों के साथ बैठक की गई. बैठक में मनरेगा की कार्यप्रणाली और रेलवे के श्रमिकों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए विस्तार से चर्चा की गई.
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) के तहत काम कराने की तैयारी शुरू हो गई है. गुरुवार को मंडल रेल प्रबंधक डॉ. मोनिका अग्निहोत्री के नेतृत्व में वरिष्ठ शाखाधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में मनरेगा कार्यालय से आईटी को-ऑर्डेनेटर निहारिका सिंह और अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी ऐश्वर्य अस्थाना भी पहुंचीं. इस दौरान दोनों ने पावर प्वाइंट के जरिए बताया कि मनरेगा की कार्यप्रणाली और रेलवे के श्रमिकों को रोजगार देने के लिए जिला स्तर पर राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ किस तरह से समन्वय स्थापित किया जाए.
रोजगार देने पर की गई चर्चा
मंडल रेल प्रबन्धक डॉ. मोनिका अग्निहोत्री ने कहा कि मंडल में आने वाले सभी जिलाधिकारियों से समन्वय बनाकर अधिक से अधिक प्रवासी श्रमिकों को रेलवे में मनरेगा के तहत रोजगार प्रदान किया जाएगा. मंडल में रेलवे के श्रमिकों से रेलवे क्रॉसिंग के संपर्क मार्ग के निर्माण, रेलवे स्टेशनों से संपर्क, मार्ग के निर्माण एवं रख-रखाव, ब्रिज के कार्य और रेलवे की जमीन पर वृक्षारोपण का कार्य कराया जा सकता है.
इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक (तकनीकि) गौरव गोविल, वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर (समन्वय) संजय, वरिष्ठ मण्डल वित्त प्रबंधक आरके सिंह, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (टीआरडी) धर्मेंद्र यादव, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर राघवेन्द्र कुमार, उपमुख्य इंजीनियर/निर्माण अरुण कुमार, मंडल वित्त प्रबन्धक तौकीर अहमद समेत रेलवे से जुड़े अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.