लखनऊ: पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल हर स्तर पर लगातार रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाता जा रहा है. चाहे अन्य मंडलों की तुलना में ई-ऑफिस की बात हो या फिर ऊर्जा संरक्षण की दिशा में सौर ऊर्जा के इस्तेमाल की. हर क्षेत्र में पूर्वोत्तर रेलवे अन्य रेलवे मंडलों की तुलना में बेहतर साबित हो रहा है. इसकी वजह है पूर्वोत्तर रेलवे की मण्डल रेल प्रबन्धक मोनिका अग्निहोत्री का लगातार सक्रिय रहना. अब पूर्वोत्तर रेलवे ने स्क्रैप की नीलामी के मामले में भी भारतीय रेलवे के सभी मंडलों को पीछे छोड़ दिया है.
ई-ऑक्शन किया गया
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने बताया कि ई-प्रोक्योरमेंट सिस्टम के र्पोटल पर ई-आक्शन के माध्यम से लखनऊ मंडल के भंडार विभाग ने रिकॉर्ड कायम किया है. उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में स्क्रैप की ब्रिकी के बाद 48.23 करोड़ के रेल राजस्व की प्राप्ति हुई है जो कि भारतीय रेलवे के सभी मंडलों में सर्वोच्च एवं सर्वाधिक है. लखनऊ मंडल में अब तक 347 लाटों से 14990 मीट्रिक टन स्क्रैप का निस्तारण किया जा चुका है. आगे भी लखनऊ मंडल को शून्य स्क्रैप मंडल बनाने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है. वित्तीय वर्ष में अब तक स्कैप की बिक्री से रेलवे के राजस्व काफी बढ़ोतरी हुई है.
पूर्वोत्तर रेलवे को मिला था अवार्ड
बता दें कि, अभी हाल ही में यूपीनेडा की तरफ से पूर्वोत्तर रेलवे को ऊर्जा संरक्षण की दिशा में किए गए प्रयासों के तहत प्रदेश में पहला पुरस्कार मिला है. ये अपने में एक रिकॉर्ड है. अब स्क्रैप के मामले में भारतीय रेलवे में सबसे ऊपर पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ठहरा है.
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने स्क्रैप की नीलामी के मामले में देश में बनाया रिकॉर्ड - lucknow news
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने स्क्रैप की नीलामी के मामले में भारतीय रेलवे के सभी मंडलों को पीछे छोड़ दिया है. वित्तीय वर्ष 2020-21 में स्क्रैप की ब्रिकी के बाद 48.23 करोड़ के रेल राजस्व की प्राप्ति हुई है, जो कि भारतीय रेलवे के सभी मंडलों में सर्वोच्च एवं सर्वाधिक है.
लखनऊ: पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल हर स्तर पर लगातार रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाता जा रहा है. चाहे अन्य मंडलों की तुलना में ई-ऑफिस की बात हो या फिर ऊर्जा संरक्षण की दिशा में सौर ऊर्जा के इस्तेमाल की. हर क्षेत्र में पूर्वोत्तर रेलवे अन्य रेलवे मंडलों की तुलना में बेहतर साबित हो रहा है. इसकी वजह है पूर्वोत्तर रेलवे की मण्डल रेल प्रबन्धक मोनिका अग्निहोत्री का लगातार सक्रिय रहना. अब पूर्वोत्तर रेलवे ने स्क्रैप की नीलामी के मामले में भी भारतीय रेलवे के सभी मंडलों को पीछे छोड़ दिया है.
ई-ऑक्शन किया गया
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने बताया कि ई-प्रोक्योरमेंट सिस्टम के र्पोटल पर ई-आक्शन के माध्यम से लखनऊ मंडल के भंडार विभाग ने रिकॉर्ड कायम किया है. उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में स्क्रैप की ब्रिकी के बाद 48.23 करोड़ के रेल राजस्व की प्राप्ति हुई है जो कि भारतीय रेलवे के सभी मंडलों में सर्वोच्च एवं सर्वाधिक है. लखनऊ मंडल में अब तक 347 लाटों से 14990 मीट्रिक टन स्क्रैप का निस्तारण किया जा चुका है. आगे भी लखनऊ मंडल को शून्य स्क्रैप मंडल बनाने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है. वित्तीय वर्ष में अब तक स्कैप की बिक्री से रेलवे के राजस्व काफी बढ़ोतरी हुई है.
पूर्वोत्तर रेलवे को मिला था अवार्ड
बता दें कि, अभी हाल ही में यूपीनेडा की तरफ से पूर्वोत्तर रेलवे को ऊर्जा संरक्षण की दिशा में किए गए प्रयासों के तहत प्रदेश में पहला पुरस्कार मिला है. ये अपने में एक रिकॉर्ड है. अब स्क्रैप के मामले में भारतीय रेलवे में सबसे ऊपर पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ठहरा है.